भिलाई [न्यूज़ टी 20] उत्तर प्रदेश में योगी सरकार जहां प्रदेश को अपराध मुक्त करने का दावा कर रही है। वहीं पार्टी के कुछ नेता सरकार के दावों की पोल खोल रहे हैं। ऐसा ही एक मामला जनपद बांदा का प्रकाश में आया है।

यहां एक भाजपा नेता ने अपने एक साथी के साथ मिलकर लड़की को कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोशी हालत में रेप किया और फिर वीडियो बना लिया। इसी वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर कुछ अन्य साथियों के साथ भी लड़की को हमबिस्तर होने पर मजबूर किया।

विरोध करने पर सोशल मीडिया में वीडियो वायरल कर दिया और उलाहना देने पर भाई पर गोली चलाई। पुलिस ने फिलहाल जांच की बात कह कर पल्ला झाड़ लिया है।

यह सनसनीखेज मामला जनपद के मटौंध थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव का है। इसी गांव का निवासी भूपेंद्र तिवारी पुत्र श्री राम तिवारी व अरविंद तिवारी पुत्र रमाशंकर तिवारी ने अपने पड़ोस में रहने वाली लड़की के घर पहुंच कर उसे कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ

पिलाकर नशे की हालत में बलात्कार करते हुए अश्लील वीडियो बना लिया तथा घर में बताने पर परिवार के लोगों को जान से मारने की धमकी दी। यह घटना 5 अप्रैल की बताई जाती है।

इसके बाद वीडियो वायरल करने की धमकी देकर यह दोनों न सिर्फ लड़की को हवस का शिकार रहे बल्कि अपने साथियों को भी परोसने रोकने की कोशिश की। लड़की के विरोध करने पर वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया तब लड़की ने घटना की जानकारी 3 दिन पहले पिता को दी।

साथ ही उसने यह भी बताया कि भूपेंद्र तिवारी ने पहले भी उसके साथ गलत हरकत की थी और धमकी दी थी कि अगर तुम किसी को बताओगी तो तुम्हारे पिता और भाइयों की हत्या कर देंगे। इस कारण इस भय से जानकारी नहीं दी।

पिता ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि यही दोनों लड़के वीडियो वायरल करने की धमकी देकर अपने साथियों भीम तिवारी, पिंटू तिवारी, लाला तिवारी उर्फ अरुण तिवारी, विवेक द्विवेदी

व आर्यन तिवारी को अपने साथ घर लाकर उनके साथ भी हम बिस्तर होने पर लिए दबाव बनाते रहे। इनमें आर्यन तिवारी ग्राम अछरौड का रहने वाला है और विवेक द्विवेदी ग्राम खुरहण्ड का रहने वाला है।

इनमेआरोपी अरविंद तिवारी भाजपा के बड़ोखर मंडल का अध्यक्ष बनाया जाता है।लड़की द्वारा विरोध किए जाने पर वीडियो फेसबुक में वायरल किया गया। तीन दिन पहले जब

मुझे यह जानकारी मिली तो मैंने आरोपियों के घर में जाकर उलाहनादी तो उन्होंने मेरे पुत्र पर फायरिंग कर दी। गनीमत है कि उसकी जान बच गई और हम लोग रिपोर्ट लिखाने न जाने पाएं, इसके लिए हमें रात भर गांव में ही रोकने की कोशिश की गई।

अगले दिन जब थाने पहुंचे तो पुलिस ने भी रिपोर्ट दर्ज करने में आनाकानी की। जिससे मजबूर होकर हम पीड़िता के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे लेकिन वहां भी पुलिस अधीक्षक ने ऑफिस में होते हुए भी हमारी बात नहीं सुनी।

तब शिकायती पत्र अपर पुलिस अधीक्षक को दिया गया। इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी निवास मिश्र का कहना है कि पीड़िता ने जो आरोप लगाए हैं उसकी जांच की जा रही है। साथ ही घटनास्थल पर गोलीबारी की भी जांच कर विधिक कार्रवाई की जाएगी।


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