भिलाई [न्यूज़ टी 20] लंदनः ऋषि सुनक ने कहा है कि अगर वह ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने तो चीन के खिलाफ सख्त नीति अपनाएंगे. सुनक ने चीन को ब्रिटेन ही नहीं, दुनिया के लिए नंबर 1 खतरा करार दिया. ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की जगह लेने की दौड़ में शामिल भारतीय मूल के सुनक पर उनकी प्रतिद्वंदी लिज ट्रस ने चीन और रूस को लेकर नरम रवैया अपनाने का आरोप लगाया था, उसके बाद सुनक का ये तीखा रुख सामने आया.
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, चीन के सरकारी ग्लोबल टाइम्स ने पहले कहा था कि सुनक इकलौते उम्मीदवार हैं जो ब्रिटेन और चीन के संबंधों को विकसित करने पर स्पष्ट और व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाते हैं. ट्रस का समर्थन कर रहे ब्रिटिश अखबार डेली मेल ने इसे लेकर सुनक की आलोचना की थी.
सुनक ने हालांकि अपने प्रस्तावों में कहा है कि वह पीएम बनने पर ब्रिटेन के सभी 30 कन्फ्यूशियस संस्थानों को बंद कर देंगे. संस्कृति और भाषा के जरिए चीन को ब्रिटेन में प्रभाव नहीं जमाने देंगे. उन्होंने ब्रिटिश उच्च शिक्षा प्रतिष्ठानों पर चीन की कम्युनिस्ट पार्टी का असर खत्म करने के लिए उन्हें 60,000 डॉलर से अधिक की विदेशी फंडिंग की जानकारी देने वाला नियम बनाने की भी बात कही है.
ऋषि सुनक ने कहा, “बस बहुत हो गया. लंबे समय से ब्रिटेन और पश्चिमी देश चीन की नापाक गतिविधियों पर आंखें मूंदकर उसके लिए रेड कार्पेट बिछाते आए हैं… मैं पीएम बनते ही, पहले दिन से इसे बदल दूंगा.”
सुनक ने चीन की जासूसी हरकतों से निपटने के लिए ब्रिटिश खुफिया एजेंसी MI5 के इस्तेमाल और साइबर स्पेस में चीनी खतरों के मुकाबले के लिए नाटो स्टाइल में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का नेटवर्क तैयार करने का भी वादा किया है. उन्होंने टेक्नॉलजी कंपनियों और रणनीतिक रूप से संवेदनशील संपत्तियों के चीनी अधिग्रहण पर रोक लगाने पर भी विचार की बात कही है.
सुनक ने आरोप लगाया कि चीन ब्रिटिश तकनीक चुरा रहा है. हमारे विश्वविद्यालयों में घुसपैठ कर रहा है. रूसी तेल खरीदकर विदेश में व्लादिमीर पुतिन को मजबूत कर रहा है. साथ ही ताइवान सहित पड़ोसियों को धमकाने का प्रयास भी कर रहा है.
उन्होंने चीन की वैश्विक “बेल्ट एंड रोड” को ऐसी योजना करार दिया, जो देशों को कर्ज के जाल में फंसा देती है. उन्होंने चीन पर शिनजियांग और हांगकांग में अपने ही लोगों के उत्पीड़न का आरोप लगाया.
एएफपी का कहना है कि सुनक की इन सख्त बातों से चीन विरोधी टोरी मेंबर्स निश्चित रूप से खुश होंगे. सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी की नेता और पीएम पद की दौड़ में सुनक की प्रतिद्वंदी लिज ट्रस ने भी चीन को लेकर इसी तरह की सख्त नीति अपनाने की बात कही है.
उन्होंने चीनी खतरों के खिलाफ जी7 से “आर्थिक नाटो” बनाने का आह्वान किया, साथ ही चीन को चेतावनी भी दी कि अगर उसने अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन नहीं किया तो उस पर प्रतिबंध भी लगाए जा सकते हैं. ब्रिटेन में अगला प्रधानमंत्री कौन होगा, इसका ऐलान 5 सितंबर को किया जाएगा.