भिलाई [न्यूज़ टी 20] ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) देशों के विदेश मंत्रियों की गुरुवार को बैठक होगी। अगले महीने के आखिरी में होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन से पहले पांचों देशों के विदेश मंत्री वीडियो लिंके के जरिए मिलेंगे। चीनी विदेश मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी।

चीन की ओर से आयोजित होने वाली पांच मंत्रियों की बैठक, यूक्रेन पर रूस के चल रहे आक्रमण और कोविड-19 महामारी के वैश्विक प्रभाव को लेकर चर्चा होगी। ऐसा पहली बार होगा जब भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने चीनी समकक्ष वांग यी,

रूस के सर्गेई लावरोव, ब्राजील के कार्लोस अल्बर्टो फ्रांका और दक्षिण अफ्रीका के नलेदी पंडोर एक मंच पर मिलेंगे। रूस ने इस साल फरवरी में यूक्रेन के खिलाफ जंग का ऐलान किया था। रूस और यूक्रेन के बीच जंग को चीन ने अमेरिका और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन नाटो की आक्रामक विस्तार योजनाओं को जिम्मेदार ठहराया है।

ऐसे में कल होने वाली विदेश मंत्रियों की बैठक में रूस और यूक्रेन के मुद्दे पर संवेदनशील चर्चा हो सकती है। दूसरी ओर भारत और चीन भी पिछले दो साल से पूर्वी लद्दाख में बॉर्डर विवाद को लेकर तनाव की स्थिति में है। ऐसे में संभावना है कि इस मुद्दे पर भी भारत अपनी बात रखेगा।

गुरुवार को ब्रिक्स देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक की घोषणा करते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि अन्य उभरते बाजार देशों के विदेश मंत्रियों के साथ ब्रिक्स-प्लस वार्ता भी आयोजित की जाएगी। हालांकि, वांग ने ब्रिक्स प्लस संवाद में शामिल होने वाले देशों के नाम साझा नहीं किए,

लेकिन अर्जेंटीना ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि उसे दोनों बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। विदेश मंत्रियों की बैठक को लेकर चीन की अपेक्षाओं पर टिप्पणी करने के लिए कहा गया तो

वांग ने यूक्रेन में चल रहे युद्ध का जिक्र नहीं किया, लेकिन कहा कि ब्रिक्स अध्यक्ष के रूप में चीन नई चुनौतियों पर ब्रिक्स भागीदारों के साथ संचार और समन्वय बढ़ाने के लिए तत्पर है।

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