ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का इस्तीफा, कहा- पार्टी की यही इच्छा…
भिलाई [न्यूज़ टी 20] लंदन: अपने ही मंत्रियों के इस्तीफे के बाद दबाव में आए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson resigns) ने आखिरकार गुरुवार को कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि, नए नेता का चुनाव होने तक वह प्रधानमंत्री के पद पर बने रहेंगे।
कंजर्वेटिव पार्टी अक्टूबर में होने वाले सम्मेलन में अपना नया नेता चुनने की प्रक्रिया पूरी करेगी। देश को संबोधित करते हुए बोरिस ने कहा, ‘मैं चाहता हूं कि आपको पता चले कि दुनिया में सबसे अच्छी जॉब छोड़ने से मुझे कितना दुख हुआ है।
यह अब साफ है कि कंजर्वेटिव पार्टी की इच्छा है कि एक नया नेता बने और इसलिए एक नया प्रधानमंत्री होना चाहिए।’बोरिस ने कहा कि नए नेता को चुने जाने तक उन्होंने एक कैबिनेट नियुक्त की है। नेता को चुनने के लिए अगले हफ्ते टाइम टेबल बता दिया जाएगा।
उन्होंने नए नेता को पूरा सहयोग देने की भी बात कही। जॉनसन ने कहा कि उन्होंने अपने सहयोगियों को मनाने की कोशिश की थी कि इस तरह की ‘विशाल जनादेश’ वाली सरकारों को बदलना सनक होगा। उन्होंने कहा, ‘मुझे खेद है कि मैं उन तर्कों में सफल नहीं रहा।’
बोरिस पर उनकी पार्टी के मंत्रियों ने उठाए थे सवाल
पिछले दो दिनों में बोरिस जॉनसन की कैबिनेट के कई मंत्रियों ने इस्तीफे दिए और कई सांसद उनके खिलाफ हो गए। पूरा मामला सांसद क्रिस पिंचर को डिप्टी चीफ विप बनाने से शुरू हुआ।
बोरिस ने क्रिस पिंचर को सरकारी जिम्मेदारी देने के मामले में माफी भी मांगी। एक प्राइवेट क्लब में हुई पार्टी में पिंचर पर यौन कदाचार के आरोप लगे थे। यह बात सामने आने के बाद बोरिस पर उनकी पार्टी के मंत्रियों ने सवाल उठाए थे।
बोरिस जॉनसन का लंदन के मेयर से PM पद तक का सफर
2008-16: 2 बार लंदन के मेयर रहे।
2016-2018 : टरीजा मे सरकार में विदेश मंत्री, ‘ब्रेग्जिट’ पर नरम नीति के विरोध में इस्तीफा
23 जुलाई, 2019 : कंजर्वेटिव पार्टी के नेता बने, अगले दिन PM पद की शपथ
12 दिसंबर, 2019 : संसद भंग करने के बाद हुए चुनावों में 80 सीटें जीतीं
30 नवंबर, 2021 : कोविड नियम तोड़ पार्टी की, जुर्माना लगा
6 जून, 2022 : मामूली अंतर से विश्वास मत जीता, सत्ता पर पकड़ कमजोर
30 जून : सांसद क्रिस पिंचर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे, जॉनसन पर सवाल
5 जुलाई : जॉनसन ने माफी मांगी, दो मंत्रियों का इस्तीफा
6 जुलाई : 3 दर्जन मंत्रियों का इस्तीफा
7 जुलाई : पार्टी के नेता और PM पद से इस्तीफा दिया
ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री बनने की रेस में भारतवंशी नेता भी शामिल हैं। पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक और ब्रिटेन की कैबिनेट में अटॉर्नी जनरल सुएला ब्रैवरमैन का नाम इसमें आगे है।
सुएला ने कहा, ‘अगर मैं ब्रिटेन की अगली प्रधानमंत्री बनी तो यह यह मेरे लिए सम्मान की बात होगी।’ सुएला के माता-पिता 1960 में ब्रिटेन में बस गए थे वहीं, ऋषि सुनक IT कंपनी इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति के दामाद हैं।