कृषि मंत्री ने खरीफ सीजन की तैयारियों के संबंध में ली समीक्षा बैठक
खाद बीज के भण्डारण एवं उठाव की ली जानकारी
भिलाई [न्यूज़ टी 20] बेमेतरा / प्रदेश के कृषि विकास एवं कल्याण, जैव-प्रौद्योगिकी, पशुधन विकास, मछली पालन, जल संसाधन एवं आयाकट मंत्री रविन्द्र चौबे आज बुधवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष बेमेतरा में आगामी खरीफ सीजन की तैयारियों एवं अन्य विषयों पर समीक्षा बैठक ली।
मैराथन बैठक लगभग साढ़े चार घण्टे चली। बैठक के दौरान कृषि मंत्री ने जिले में खाद एवं बीज के भण्डारण एवं वितरण की जानकारी ली। उन्होने कहा कि खरीफ सीजन के दौरान किसानों को खाद एवं बीज के लिए भटकना न पड़े अधिकारी इसका विशेष ध्यान रखें।
आम नागरिकों को सरकार की विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ मिले, इस दिशा में अधिकारी अधिक संवेदनशील होकर कार्य करें। विभागीय अधिकारी समय-समय पर क्षेत्रिय जनप्रतिनिधियों के संज्ञान में लाकर हितग्राही मूलक योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।
समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने केबिनेट मंत्री को आश्वस्त किया कि विभागीय अधिकारी परस्पर समन्वय से कार्य करते हुए सरकार की विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों का बेहतर क्रियान्वयन करेंगे और इसका अधिक से अधिक लाभ आम जनता तक पहुंचायेंगे।
बैठक में संसदीय सचिव एवं विधायक नवागढ़ गुरुदयाल सिंह बंजारे, विधायक बेमेतरा आशीष कुमार छाबड़ा, कलेक्टर बेमेतरा विलास भोसकर संदीपान, पुलिस अधीक्षक धमेंन्द्र सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती लीना मण्डावी सहित जिला स्तर के अधिकारी, जनपद पंचायत सीईओ, नगरीय निकाय के सीएमओ एवं तहसीलदार उपस्थित थे।
कृषि मंत्री श्री चौबे ने कहा कि राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन हो इसमें किसी भी प्रकार की उदासीनता एवं लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। सुराजी गांव योजना, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, गोधन न्याय योजना,
राजीव गांधी किसान न्याय योजना जैसे हितग्राही मूलक योजनाओं का अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिले। बैठक में कृषि विभाग के उप संचालक ने बताया कि खरीफ वर्ष 2022 के अन्तर्गत जिले में खाद एवं बीज का भण्डार कर लिया गया है।
किसान अपनी सुविधानुसार इसका उठाव कर रहे हैं। जिले में धान, सोयाबीन, कोदो, अरहर, उड़द, मूंग, मक्का का कुल 3003.90 क्विंटल का भण्डारण किया गया है। इसी तरह सेवा सहकारी समितियों में उर्वरक, खाद 4758 क्विंटल का भण्डारण हुआ है एवं 2557 क्विंटल का वितरण कर लिया गया है।
किसानों को धान के बदले अन्य फसल लेने हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है। गैर धान फसल के लिए बेमेतरा जिले का रकबा (लक्ष्य) 19 हजार 292 हेक्टेयर का है। किसानों को उत्पादन बढ़ाने के लिए कृषि मंत्री ने वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग करने की अपील की।
श्री चौबे ने गौठान में पैरा एवं चारा की व्यवस्था करने के निर्देश जनपद पंचायतों के सीईओं को दिए। उन्होने समाज कल्याण विभाग के अन्तर्गत मोटराईस्ड ट्राईसिकल के वितरण की जानकारी ली।
कैबिनेट मंत्री श्री चौबे ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री का प्रदेशव्यापी विधानसभावार मैदानी क्षेत्र का भ्रमण प्रारंभ हो गया है। इस दौरान वे आम जनता से भेंट-मुलाकात भी कर रहे हैं। उन्होने इसकी तैयारी करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए।
उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री के भ्रमण के पूर्व सभी राजस्व अधिकारी अपने-अपने तहसील अनुविभाग के अन्तर्गत राजस्व प्रकरणों का निराकरण शीघ्र कर लेवें। इनमें अविवादित नामंतरण, बंटवारा, सीमांकन, फौती के प्रकरण, नवीन राशनकार्ड का निर्माण इत्यादि शामिल है।
राजस्व एवं कृषि विभाग के अधिकारी सेवा सहकारी समिति स्तर पर कृषक चौपाल आयोजित कर रहे हैं। कृषि मंत्री ने इसे एक सप्ताह और बढ़ाने के निर्देश दिए। किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लंबित दावा भुगतान के संबंध में जानकारी लेते हुए
इस पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए। केबिनेट मंत्री ने उद्याानिकी फसलों का रकबा बढ़ाने के दिशा में भी कार्यवाही करने को कहा।
बैठक में राजस्व, जलसंसाधन आदिमजाति कल्याण, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, मछली पालन, हाउसिंग बोर्ड, खेल, खाद्य, खनिज, स्वास्थ्य, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, जल जीवन मिशन, समाज कल्याण सहित अन्य विभागों के काम-काज की समीक्षा की।