भिलाई [न्यूज़ टी 20] छत्तीसगढ़ के कवर्धा में महिला ने अपने एक साल के बच्चे को फांसी पर लटका दिया। इसके बाद खुद भी फंदा लगाकर जान दे दी। बच्चे को लेकर महिला महुआ बीनने के लिए जंगल में गई थी। जब काफी देर तक मां-बेटे नहीं लौटे तो लोग तलाश करने पहुंचे।
वहां दोनों के शव पेड़ से लटके हुए थे। घटना शनिवार की है। वनांचल क्षेत्र होने के कारण पुलिस देर से जानकारी मिली। वहीं रविवार को मां व बेटे के शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
जानकारी के मुताबिक, तरेगांव क्षेत्र के बोड़ला ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत लरबक्की के आश्रित गांव बदनापानी निवासी समारिन बैगा (30) पत्नी मुखीराम बैगा अपने एक साल के बेटे नरेश को लेकर महुआ बीनने के लिए जंगल गई थी।
इसी दौरान समारिन बेटे के साथ पानी पीने के लिए नाले की ओर चली गई, लेकिन फिर लौटी नहीं। जब काफी देर वापस नहीं आई तो ग्रामीण उसे देखने के लिए पहुंचे। वहां नाले के पास पेड़ से मां-बेटे के शव लटके थे।
थाना प्रभारी युवराज साहू ने बताया कि शुरुआती जांच में यह बातें निकल कर सामने आ रहीं कि महिला ने पहले अपने बेटे को पहले फांसी पर लटकाया होगा, उसके बाद वह खुद फांसी पर लटक गई।
हालांकि पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर लिया। सभी एंगल पर जांच कर रहीं है। अभी तक बेटे की हत्या और महिला के खुदकुशी करने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
तीन साल पहले हुई थी शादी, एक ही बेटा था
पुलिस के अनुसार समारिन की शादी तीन सान पहले हुई है। महिला का मायका MP के बार्डर ग्राम देवगांव है। इस दंपति एक ही बच्चा था। समारिन बाई अपने ससुराल में अच्छे से रह रही थी।
किसी भी तरह से पति-पत्नी और घरेलू विवाद की जानकारी सामने नहीं आ रहीं है। रविवार को पीएम बाद दोनों के शवों को परिजनों को सौंप दिया गया है।