(हरेली पर बृजेश अंग्रेजी शाला में हुआ रंगारंग कार्यक्रम )
भिलाई /बिलासपुर(न्यूज़ टी 20)। । “छत्तीसगढ के प्रथम तिहार हरेली हमर छत्तीसगढ के संस्कृति के पहचान हे ई तिहार हमर धरोहर हैं” उक्त विचार बर्जेस अंग्रेजी शाला की प्राचार्या श्रीमती निशिता हंसा दास ने शाला में आयोजित हरेली पर्व पर कही उन्होंने कहा कि सभी पर्व अपनी विशेषता लिए हुए लेकिन यह पर्व हमारी संस्कृति की पहचान है ग्रामीण क्षेत्र में किसान भाई अपने खेती बाड़ी के सभी औजारों की पूजा कर अपने इष्ट देव को पूजते और विभिन्न खेलो जैसे गेड़ी दौड़, नारियल फेक खेल खेलते साथ में महिलाएं गुड का चीला बनाती है ।
इस अवसर पर बच्चो द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत राज्य गीत “अरपा पैरी के धार” से हुई , उसके बाद सुआ नृत्य, गेड़ी नृत्य, छत्तीगढ़ी गीत ने सभी का मन मोह लिया । वहीं बच्चो के विभिन्न खेलो का आयोजन किया गया जैसे गेड़ी दौड़ , रस्सी दौड़ आदि । इस अवसर पर शाला के शिक्षकों द्वारा विधार्थियो को छत्तीसगढ की संस्कृति से संबंधित तीज, त्यौहार , खेल व व्यंजन पर जानकारियां दी गई । शाला की प्राचार्या द्वारा सभी पुनः बधाई शुभकामनाए देकर कार्यक्रम के समापन की घोषणा की ।