भिलाई [न्यूज़ टी 20] रायपुर। राजधानी की साइबर क्राइम पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। ये पूरा खेल दिल्ली से वेल्यू सर्विसेस प्राय.लिमि. कंपनी के नाम पर चल रहा था। बताया जा रहा है
कि फर्जी कॉल सेंटर के माध्यम से अबतक उड़ीसा, हिमांचल प्रदेश, उ.प्र., बिहार सहित छत्तीसगढ़ के लोगों से करोड़ों रुपये ठगे थे। पुलिस ने इस कॉल सेंटर के मास्टर माइंड को को भी पकड़ा है। इस कॉल सेंटर में 4 लड़कियां और 2 युवककाम कर रहे थे।
जिनसे पूछताछ पुलिस कर रही है। जानकारी के मुताबिक, प्रार्थी हितेश कुमार साहू ने थाना पुरानी बस्ती में रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह सुभाष नगर प्रोफेसर कालोनी में किराये के मकान में रहता है।
23 जनवरी को यातयात पुलिस रायपुर द्वारा बिना हेलमेट वाहन चलाने के संबंध में ई-चालान जारी किया गया था। जिसकी सूचना पीड़ित को उसके मोबाईल नम्बर में मैसेज के माध्यम से मिली, लेकिन पीड़ित ने उस समय चालान का भुगतान नहीं किया था।
इसी दौरान 1 जुलाई को एक महिला के दवारा व्हाट्सएप के माध्यम से ई-चालान एवं क्यू आर कोड भेजकर, उस कोड के माध्यम से भुगतान करने की बात कही। महिला ने स्वयं को सीजेएम कोर्ट बिलासपुर से होना बताकर चालान का भुगतान नहीं करने पर मुकदमा दर्ज होने की बात कही।
पीड़ित इस बात से डरकर 1 जुलाई को दोपहर को उसी क्यू.आर. कोड के माध्यम से 500/- रूपये का भुगतान किया। ऑनलाईन स्टेटस चेक करने पर भुगतान नहीं होने की जानकारी मिली। साथ ही पता चला।
कि यातायात पुलिस द्वारा किसी भी व्यक्ति को क्यूआर कोड भेजकर पेमेंट नहीं करने बताया गया है। इसके बाद खुद को ठगा हुआ महसूस कर पीड़ित ने इसकी शिकायत पुरानी बस्ती थाणे में दर्ज कराई। पुलिस ने धारा 170, 419, 420 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध कर जाँच शुरू की।
ASP क्राइम के नेतृत्व में 10 सदस्यीय टीम की कार्रवाई
इधर ठगी की शिकायत मिलते ही SSP प्रशांत अग्रवाल द्वारा गंभीरता से लेते हुये ASP क्राइम अभिषेक माहेश्वरी को जांच कर गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध के निर्देशन में एसीसीयू की विशेष टीम गठित कर घटना के सभी पहलुओं का तकनीकी रूप से जांच करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए। मोबाईल नंबर्स तथा ट्रांजक्शन हिस्ट्री जंच की गई।
इस बीच टीम को आरोपियों के मोबाइल नंबर का लोकेशन दिल्ली, उ.प्र. होने की जानकारी मिली। पुलिस की एक टीम तत्काल दिल्ली व उ.प्र.रवाना होकर आरोपियों की खोज में जुट गई। 10 सदस्यीय टीम दिल्ली में कैम्प करते हुए तिलक नगर वेल्यू सर्विसेस प्राय.लिमि. कंपनी में रेड कार्रवाई की।
रेड कार्यवाही के दौरान कुछ युवक एवं युवतियां फोन पर कॉल करते हुए मिले। कॉल सेंटर में 2 युवक तथा 4 युवतियां मिली जो अपना नाम विभांशु गर्ग, सुमित कुमार ठाकुर, नेहा शर्मा, रानी, सत्या एवं जन्नत अंसारी होना बताएं।
मुख्य आरोपी ने की है एमकॉम व एमबीए की पढ़ाई-
कंपनी के डायरेक्टर विभांशु गर्ग ने बताया कि वह एमकॉम व एमबीए की पढ़ाई किया है। तथा 2 वर्ष पूर्व घुमले कंपनी टूर एण्ड ट्रेवल्स का संचालन करता था। साथ ही लेट्स कनेक्ट कंपनी जिसमें सॉफ्टवेयर डेव्हलमपेंट,
एप्प्लीकेशन डेव्हलमपेंट, वेब साईट डेव्हलमपेंट, गुगल एडवर्स, यू-ट्यूब प्रमोशन एण्ड डेव्हलमपेंट, कनटेंट राईटिंग, वर्चुवल नंबर एवं सोशल मीडिया प्रमोशन का काम करता था। इसी दौरान कुछ डाटा वेंडर्स के संपर्क में आया और वेंडर्स से अलग-अलग,
राज्यों के ई-चालान का डाटा खरीदकर फर्जी ई-चालान का पेमंेट प्राप्त करने के लिए तिलक नगर में वेल्यू सर्विसेस प्राय.लिमि. कंपनी खोलकर फर्जी ई-चालान का काम करना प्रारंभ किया।
वर्क इंडिया एप के माध्यम से कंपनी में काम करने के लिये युवक एवं युवतियों को अपाईंट किया तथा उन्हें ट्रेनिंग देकर फर्जी ई-चालान से भुगतान फर्जी खातों में रकम ट्रांसफर कराकर प्राप्त करने लगा।
कॉल सेंटर से करीबन 25 कम्प्यूटर, 35 मोबाईल फोन, दर्जनों फर्जी सिम, डॉयलर मशीन, पेन ड्राईव एवं 02 नग लैपटॉप बरामद किया गया है, जिसमें विभिन्न राज्यों के ई-चालान का डाटा प्राप्त हुआ है।
आरोपियों द्वारा फर्जी कॉल सेंटर के माध्यम से उड़ीसा, हिमांचल प्रदेश, उ.प्र., बिहार के लोगों के साथ भी ठगी किया गया है। आरोपी विभांशु गर्ग द्वारा दिल्ली, उ.प्र., राजस्थान से अलग – अलग लोगों से डाटा क्रय करना बताया है, जिसके संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की जा रहीं है।
गिरफ्तार आरोपियों में विभांशु गर्ग उर्फ गौरव पिता सतीश चंद गर्ग उम्र 36 साल मयूर विहार, सुमित कुमार ठाकुर पिता दिनेश ठाकुर उम्र 25 साल निवासी ग्राम धकजारी (बिहार), नेहा शर्मा उर्फ तनिशा पिता सुरेन्द्र शर्मा उम्र 20 साल निवासी हरि नगर दिल्ली,
रानी उर्फ कोमल पिता दिनेश हरिजन उम्र 21 साल निवासी मायापुरी दिल्ली, सत्या उर्फ शमिता पिता योगेन्द्र राम हरिजन उम्र 20 साल थाना मायापुरी, जन्नत अंसारी उर्फ काव्या पिता मोह. अजीज उम्र 25 साल निवासी निवासी जहांगीरपुरी न्यू दिल्ली शामिल है।