कांकेर। कांकेर शहर के पास ग्राम कोकड़ी में कुछ दिन पहले मिले एक अज्ञात महिला का शव अधजली हालत में मिला था। महिला की हत्या की मामले को सुलझाने में पुलिस को सफलता मिल गई है। पुलिस ने मामले में मृतिका के पति और उसकी प्रेमिका को गिरफ्तार कर लिया है।
जिला मुख्यालय कांकेर से आठ किलोमीटर दूर ग्राम कोकड़ी मार्ग पर 19 मार्च को एक अज्ञात महिला का शव अधजली हालत में मिला था। जिसकी हत्या कर अज्ञात आरोपित ने महिला को जलाने का प्रयास किया था। सूचना के बाद पुलिस थाना कांकेर से टीम मौके पर पहुंची थी। शव का पंचनामा करने के बाद पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरू कर दी थी। मृतिका की पहचान नहीं होने पर पुलिस ने शव के फोटोग्राफ दूसरे जिले के पुलिस थाना में भेजे थे। साथ ही सोशल नेटवर्किंग साइट पर भी मृतिका कि फोटो पोस्ट की गई थी, जिससे मृतिका के स्वजनों ने उसे पहचाना था और 20 मार्च को कांकेर थाना पहुंचकर उसकी पहचान की थी। उन्होंने मृतिका की पहचान पूर्णिमा ग्वाला (38) निवासी थाना गुरूर ग्राम बोरतरा और वर्तमान निवासी ग्राम चरौदा भिलाई के रूप में किया था। परिजनों ने पुछताछ में पुलिस को बताया था कि 18 मार्च को मृतिका का पति तुलसीदास मानिकपुरी जो कि मार्कफेड विभाग में क्षेत्रसहायक के पद पर पदस्थ है। वह मृतिका को सफारी वाहन से चरोदा से लेकर गया था। उक्त जानकारी के आधार पर पुलिस की विभिन्न टीम पुलिस अधीक्षक कांकेर के निर्देश पर रायपुर, बालोद, कवर्धा, दुर्ग जिलों में पतासाजी के लिए भेजी गई थी। जांच में पुलिस को आसपास के जिलों में सीसीटीवी फुटेज में आरोपी मृतिका के साथ घटना के दिन देखा गया था। साथ ही गुरूर में गला घोटकर हत्या करने के बाद लाश को ठिकाने लगाने आने के दौरान प्रयुक्त वाहन सफारी सहित कई स्थान पर सीसीटीवी के जद में आ गई थी। इस बीच पुलिस से बचने के लिए आरोपी ने अपना मोबाईल बंद कर दिया था और अपने निकट के लोगो को अलग-अलग नम्बरों से फोन कर बार बार अपना स्थान बदल रहा था। इस दौरान पुलिस की टीम लगातार उसका पीछा कर रही थी। 23 मार्च को पुलिस ने आरोपी तुलसीदास मानिकपुरी और उसकी प्रेमिका इंद्राणी मानिकपुरी को रायपुर से गिरफ्तार किया। पुलिस की पुछताछ में आरोपी पति व उसकी प्रेमिका ने पूर्णिमा ग्वाला की गला घोटकर हत्या करने की बात स्वीकार की। हत्या कर लाश को ठिकाने लगाने में प्रयुक्त सफारी वाहन सीजी 07 एई 2222 काे भी पुलिस ने जब्त कर लिया है।
आरोपी तुलसीदास मानिकपुरी 18 मार्च को अपनी नाराज पत्नी को लेने के लिए ग्राम चरोदा भिलाई गया और शाम लगभग साढ़े पांच बजे उसे लेकर ग्राम बोरतरा गुरूर पहुंचा। जहां उसकी प्रेमिका इंद्राणी मानिकपुरी पहले से ही घर में मौजूद थी। रात के समय तुलसीदास व इंद्राणी ने मिलकर पूर्णिमा की गला घोंटकर हत्या कर दी। जिसके बाद रात में ही सफारी वाहन में इंद्राणी के शव काे लेकर कांकेर पहुंचे और कोकड़ी के पास सड़क के किनारे शव को पेट्रोल डालकर जलाने का प्रयास किया था। जिसके बाद ज्ञानी चौक से ग्राम सरोना- नरहरपुर, माडमसिल्ली होते हुए वापस लौट गए थे। साथ ही आरोपियों ने मृतिका की हत्या करने के बाद उसका मोबाईल फोन गुरूर के पास कनेरी तालाब में और उसके बैग व कपड़े नरहरपुर से धमतरी जाने वाले मार्ग पर फेंक दिया था। आरोपी तुलसीदास मानिकपुरी जो कि मार्कफेड विभाग में क्षेत्रसहायक के पद पर कवर्धा में पदस्थ है। 2009 में उसने पहली शादी की थी। पत्नी से तलाक होने के बाद 2014 में उसने पूर्णिमा से दूसरी शादी की। जिसके बाद से दोनों साथ में रहते थे। इसी बीच पिछले वर्ष एक रिश्तेदार की मौत हो जाने पर ग्राम पलारी में अंत्येष्ठी कार्यक्रम में तुलसीदास की मुलाकात शिवरीनारायण निवासी इंद्राणी से हुई। इंद्राणी उसके दूर की रिश्तेदार थी, जिसे वह बचपन से जानता था। लेकिन इंद्राणी की शादी हो चुकी थी और उसके चार बच्चे भी हैं। इस दौरान तुलसीदास ने उसे बताया कि वह 45 हजार रुपये सेलरी पाता है और उसके पास कार भी है। जिसके बाद दोनों के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हुआ। दिसंबर 2021 में तुलसीदास ने इंद्राणी से मंदिर में तीसरी शादी कर ली। जिसके बाद से ही तुलसीदास और पूर्णिमा के बीच विवाद शुरू हो गया और वह अपनी पति का घर छोड़कर अपने मायके चरोदा चली गई थी। साथ ही उसने अपने पति को धमकी दी थी कि वह शिकायत करेगी कि पत्नी के रहते हुए उसने दूसरी शादी कर ली है, जिससे उसकी नौकरी चली जाएगी। जिससे तुलसीदास मानिकपुरी डर गया और अपनी प्रेमिका व तीसरी पत्नी इंद्राणी मानिकपुरी के साथ मिलकर पूर्णिमा की हत्या की योजना बनाई थी।