दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ में गांजा तस्करी को रोकने के साथ ही नशे के पदार्थों की तस्करी करने वालों और उसे खपाने वालों को पकड़ने के लिए नारकोटिक्स सेल का गठन किया गया है। बावजूद इसके छत्तीसगढ़ में गांजा तस्करी पर पूर्ण रूप से लगाम नहीं लग पा रहा है।
गुरुवार को ओडिशा मलखानगिरी से छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में पिकअप वाहन में लेकर आ रहे गांजा समेत तस्करों को कुआकोंडा पुलिस ने जांच के दौरान दबोचा। पुलिस रूटीन जांच में नकुलनार बैरियर में बैठी हुई थी,तभी ओडिशा की तरफ से पिकअप पहुंची। पुलिस के द्वारा वाहन के कागजात मांगने पर पिकअप वाहन में सवार महानंद मंडल और पप्रोजीत गोलदार वाहन छोड़ कर भागने लगे। आरोपियों को भागता देख मौके पर मौजूद पुलिस की टीम ने दौड़ा कर दोनों आरोपियों को पकड़ा। कुआकोंडा क्षेत्र में पहली बार पुलिस द्वारा गांजा पकड़ा गया है।
मामले के संबंध में कुआकोंडा थाना प्रभारी खोमन भंडारी ने बताया एक किवंटल दस किलो गांजा बरामद हुआ है।पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मलखानगिरी से दंतेवाड़ा ले जा रहे थे गांजा, दंतेवाड़ा में गांजा कहां खाली किया जाना था, इसके बारे में आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
गांजे के साथ पकड़े गए आरोपियों ने गांजा पहले दंतेवाड़ा फिर बीजापुर सप्लाई की बात बताई। दंतेवाड़ा जिले में गांजा की सप्लाई की इतनी बड़ी खेप पहली बार पकड़ी गई है। सुकमा जिले से कुआकोंडा थाना लगा हुआ है। ओडिशा और तेलंगाना से इसी मार्ग से वाहन आते हैं। बता दें कि कुआकोंडा थाने से बच कर जाने के अन्य कई रास्ते है, जहां पुलिस की निगरानी नहीं होती, वहां भी अब पुलिस टीम नजर रखेगी।