भिलाई /मुंबई (न्यूज़ टी 20 )। पिछली सदी के फेमस गायकों में से एक और दिग्गज पार्श्व गायक भूपिंदर सिंह Bhupendra singh का सोमवार की शाम को मुम्बई में निधन हो गया. उनकी पत्नी और गायिका मिताली सिंह ने ये जानकारी दी है । उन्होंने बताया कि कुछ समय से वे मूत्र संबंधी समस्याओं सहित कई स्वास्थ्य जटिलताओं से जूझ रहे थे । 82 वर्षीय गायक के अंतिम संस्कार से जुड़ी जानकारी की अभी प्रतिक्षा की जा रही है।
भूपेंद्र सिंह को “मौसम“, “सत्ते पे सत्ता“, “अहिस्ता अहिस्ता“, “दूरियां“, “हकीकत“ और कई अन्य फिल्मों में उनके यादगार गीतों के लिए आगे भी याद किया जाएगा । उनके कुछ प्रसिद्ध गीत “होके मजबूर मुझे, उसे बुलाया होगा“, (मोहम्मद रफी, तलत महमूद और मन्ना डे के साथ), “दिल ढूंढता है“, “दुकी पे दुकी हो या सत्ते पे सत्ता“ लोगों के जुबान में चढे हुए हैं.
उल्लेखनीय है कि भूपेंद्र Bhupendra Singh का जन्म 6 फरवरी, 1940 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था. उनके पिता प्रोफेसर नत्था सिंह भी एक बेहतरीन संगीतकार थे.करियर की शुरुआती दिनों में भूपेंद्र ऑल इंडिया रेडियो पर अपनी पेशकश देते थे । कहते हैं कि साल 1978 में रिलीज एक फिल्म के गुलजार के लिखे गाने ‘वो जो शहर था’ से उन्हें प्रसिद्धि मिली. भूपेंद्र ने 1980 में बांग्ला गायिका मिताली मुखर्जी से शादी की थी । इस दंपति की कोई संतान नहीं है । भूपेंद्र सिंह के निधन से पूरे भारत के संगीत प्रेमियों में दुख की लहर व्याप्त है । भूपेंद्र सिंह के निधन को उस दौर के आखिरी गायक के निधन के रूप में देखा जा रहा है जिसमें मोहम्मद रफी , किशोर कुमार , मुकेश और मन्ना डे जैसे महान गायक शामिल थे ।