भिलाई [न्यूज़ टी 20] छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में मानव तस्करी का मामला सामने आया है। एक नाबालिग को एक महिला ने मध्य प्रदेश के शाजापुर में दूसरी महिला को 50 हजार रुपये में बेच दिया। नाबालिग
को जिस महिला के पास बेचा उसने उसकी जबर्दस्ती 28 साल के एक युवक से शादी करवा दी। 10 महीने बाद पुलिस ने नाबालिग को बरामद किया है। पुलिस ने शादी करने वाले युवक और खरीदने वाली महिला को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।
वहीं जिस महिला ने युवती को बेचा था उसकी मौत हो चुकी है। दंतेवाड़ा के SP सिद्धार्थ तिवारी ने बताया 28 जून 2021 को दंतेवाड़ा की रहने वाली देवी स्वामी ने सिटी कोतवाली में अपने घर काम करने वाली नाबालिग की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
पुलिस मामले की जांच कर रही थी। इसी बीच मध्य प्रदेश के उज्जैन के माकडोन थाना प्रभारी ने बांगापाल थाना में फोन कर नाबालिग की उज्जैन के सखी वन स्टॉप सेंटर में होने की जानकारी दी। बांगापाल पुलिस ने दंतेवाड़ा सिटी कोतवाली में नाबालिग के बारे में बताया।
जानकारी मिलते ही जवानों की एक टीम बनाकर फौरन उज्जैन भेजा गया था। नाबालिग उज्जैन के सखी वन स्टॉप सेंटर पहुंची थी।
उसने वहां मौजूद अधिकारियों और पुलिस को बताया कि उसकी जबरदस्ती शादी करवाई गई है। दंतेवाड़ा की देवी स्वामी ने उसे शाजापुर की महिला किरण परमार को 50 हजार रुपये में बेच दिया था।
आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा
एसपी ने बताया कि वहां स्थानीय पुलिस की मदद से नाबालिग को सकुशल दंतेवाड़ा लाया गया। आरोपी किरण परमार उर्फ संध्या (46 वर्ष) निवासी शाजापुर और जितेंद्र सिंह परिहार उर्फ कालू राजपूत (28 वर्ष) छढावत (उज्जैन) दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
आरोपियों को दंतेवाड़ा न्यायालय में पेश कर महिला को जगदलपुर जेल और पुरुष को दंतेवाड़ा जेल भेज दिया गया है। इस मामले की प्रार्थी, देवी स्वामी ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी,
वही इस मामले की मुख्य आरोपी निकली, जिसकी अब मौत हो चुकी है। पुलिस ह्यूमन ट्रैफिकिंग के संदेह में अभी मामले की जांच कर रही है।