कोरबा। सर्वमंगला मंदिर से अपने दूर के रिश्तेदार मित्र के साथ वापस घर लौट रही एक 15 साल की किशोरी का रास्ते से दो बाइक में सवार चार युवकों ने अपहरण कर लिया। उसके मित्र ने कुछ दूर तक पीछा किया पर बाइक सवार चारों युवक ओझल हो गए। सूने डंपिंग यार्ड में ले जाकर तीन युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। पीड़िता की रिपोर्ट पर पुलिस ने चारों आरोपियों को बिलासपुर से गिरफ्तार कर लिया।
घटना चार जुलाई को दोपहर 12 बजे कोतवाली क्षेत्र में रहने वाली किशोरी के साथ हुई, पिता के घर पर नहीं होने की वजह से रिपोर्ट 12 जुलाई को दर्ज कराई गई। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह अपने मित्र के साथ बाइक में सर्वमंगला मंदिर गई थी। वहां से वापस लौटते वक्त राता खार बाईपास रोड कब्रिस्तान के आगे रुके थे, तभी दो बाइक में सवार चार युवक पहुंचे और उसका हाथ पकड़ कर जबरदस्ती खींचने लगे, उसने विरोध किया, तब तक थोड़ी दूर ही खड़ा उसके मित्र वहां पहुंचा और छोड़ने कहा, पर युवकों ने उसकी बात अनसुनी करते हुए किशोरी को डराते धमकाते हुए अपने साथ जबरदस्ती बाइक में बैठा कर ले गए। कुछ दूर तक उसके मित्र ने पीछा किया, पर तेज रफ्तार में चारों युवक भाग निकले। किशोरी को डंपिंग यार्ड के सूने इलाके में ले जाकर तीन युवकों ने दुष्कर्म किया। किशोरी ने बताया कि एक युवक बाल खींच कर पकड़ा और दो युवक हाथ पकड़े हुए थे। वह काफी चीखी चिल्लाई, पर कोई मदद के लिए नहीं पहुंचा। उसका कहना था कि आरोपियों का नाम नहीं जानती, पर वह देख कर पहचान जाएगी। दिनदहाड़े हुई इस घटना को लेकर पुलिस के सकते भी आ गई और पीड़िता को पुलिस ने बाल कल्याण समिति में बयान कराया।
कोतवाली पुलिस ने बताया कि साइबर टीम कोरबा के साथ संयुक्त रुप से आरोपियों की पतासाजी की जा रही थी। चूंकि आरोपी अज्ञात थे व पीड़िता ने आरोपी युवकों को पहले कभी नहीं देखी थी इसलिए उनकी पतासाजी करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरा की बारीकी से पड़ताल की, तब एक स्थान पर पुलिस को फ़ुटेज में एक आरोपी की तस्वीर दिखाई दी। इसी आधार पर अन्य आरोपियों की जानकारी मिली। कोतवाली पुलिस व साइबर टीम के संयुक्त प्रयास से आरोपियों के बिलासपुर में छुपे रहने की जानकारी मिली। तब एक पुलिस टीम को बिलासपुर भेजा गया, जहां दबिश देकर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।