भिलाई [न्यूज़ टी 20] रायपुर / छत्तीसगढ़ शासन द्वारा व्यसन मुक्ति अभियान की समीक्षा के लिए गठित राज्य स्तरीय समिति की बैठक संचालक समाज कल्याण पी. दयानंद की अध्यक्षता में आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में सम्पन्न हुई।
बैठक में नशा मुक्ति अभियान हेतु (भारत माता वाहिनी योजना) के तहत नौ करोड़ 97 लाख 31 हजार 795 रूपये की कार्ययोजना के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया।
कार्ययोजना के तहत विभिन्न प्रचार माध्यमों के सहयोग से नशा मुक्ति हेतु व्यापक स्तर पर कार्यक्रम चलाए जाएंगे। इसके तहत भारत माता वाहिनी के सदस्यों का प्रशिक्षण एवं अन्य प्रचार-प्रसार के कार्यक्रम आयोजित होंगे।
बैठक में राज्य के सभी गांवों में भारत माता वाहिनी के द्वारा प्रभावी नशा मुक्ति अभियान चलाने के लिए सदस्यों ने महत्वपूर्ण सुझाव दिये।
प्रदेश में सभी ग्राम पंचायतों के अंतर्गत आने वाले गांवों में नशा मुक्ति हेतु अभियान चलाने भारत माता वाहिनी के कार्यों के संबंध में विस्तार से चर्चा हुई।
समाज कल्याण विभाग के संचालक ने कहा कि शराब व्यसन मुक्ति अभियान को प्रभावी ढंग से चलाने के लिए सभी विभागों के सहयोग की आवश्यकता है।
नशा एक सामाजिक बुराई है, इसे सभी के सहयोग और समन्वय से ही दूर किया जा सकता है। बैठक में बताया गया कि नशा पान करने की प्रवृत्ति पर रोक लगाने के लिए ग्राम पंचायतों में महिला स्व सहायता समूहों द्वारा
नशा मुक्ति के पक्ष में रैली, प्रभात फेरी, नशापान से होने वाले दुष्परिणामों का प्रचार-प्रसार, नारे, दीवार लेखन, पोस्टर, पम्पलेट, नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
नशा मुक्ति अभियान हेतु विभिन्न तिथियों में व्यापक कार्यक्रम आयोजित होंगे। इसमें 26 जनवरी, 30 जनवरी, 31 मई, 26 जून, 15 अगस्त, दो अक्टूबर एवं 18 दिसम्बर को नशापान विरोधी प्रभात फेरी रैली
इत्यादि के बड़े कार्यक्रम ग्राम पंचायतों में होंगे। शिक्षण संस्थाओं में नशा मुक्ति पर निबंध, भाषण, चित्रकला, लघु नाटिका, गायन प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया जाएगा।
इन कार्यक्रमों में पंचायतों के प्रतिनिधियों का सहयोग लिया जाएगा। जिला, जनपद एवं ग्राम पंचायत स्तर पर विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से नशा मुक्ति हेतु काउंसलिंग, योगाभ्यास, प्रोत्साहन संगोष्ठी,
व्याख्यान इत्यादि में सक्रिय सहभागिता के लिए स्थानीय संस्थाओं का सहयोग लिया जाएगा। बैठक में बताया गया कि रायपुर एवं भिलाई में केन्द्रीय अनुदान से तथा धमतरी, सरगुजा, दुर्ग एवं रायपुर में पृथक चार नशा मुक्ति केन्द्र
राज्य शासन के समाज कल्याण विभाग द्वारा चलाये जा रहे है। प्रदेश में शराब व्यसन मुक्ति अभियान के क्रियान्वयन से होने वाले प्रभावों का जिला स्तरीय समिति जिसके अध्यक्ष संबंधित जिले के कलेक्टर होंगे,
उनके द्वारा पर्यवेक्षण, अनुश्रवण निगरानी की जाएगी तथा इसका प्रतिवेदन संचालनालय समाज कल्याण को उपलब्ध कराया जाएगा।
बैठक में स्वास्थ्य, वाणिज्यिक कर, आबकारी, पंचायत, कृषि, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, जनसम्पर्क सहित अन्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।