बीजापुर। बीजापुर में एक ही दिन नक्सलियों ने तीन बड़ी वारदात को अंजाम दिया। नक्सली यहां सोमवार की रात करीब साढ़े 9 बजे रेत खनन में लगी 10 वाहनों में आग लगा कर मौके से भाग गए। इससे पूर्व दिन में भी सड़क निर्माण में लगे सात वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया था। वहीं नक्सलियों ने सीएएफ कैंप में भी फायरिंग की थी, जिसमें चार जवान घायल हो गए।
जानकारी के अनुसार घटना नेमेड़ थाना क्षेत्र की है। दरअसल मिंगाचल नदी के पास एक निजी ठेकेदार की कंपनी के रेत खदान में रेत निकालने का कार्य चल रहा था, रेत निकाल कर भंडारण करने के स्थान पर वाहनों को खड़ा किया गया था, तभी वहां कुछ नक्सली आ धमके और गाड़ियों की डीजल टंकी को तोड़कर उसमें आग लगा दी। घटना को अंजाम देने के बाद नक्सली वहां से भाग गए।
इस वारदात के संबंध में नेमेड़ थाना प्रभारी संजीव बैरागी ने जानकारी देते हुए बताया कि थाने से लगभग साढ़े तीन किमी की दूरी पर एक निजी रेत खदान में रेत निकालने का कार्य चल रहा था, उसी समय नक्सलियों ने 7 डंफर और 2 जेसीबी और एक पोकलेन वाहन में आग लगा दी और भाग गए। वाहन चालकों की सूचना पर नैमेड से पुलिस पार्टी रवाना की गई। खबर लिखे जाने तक पुलिस की टीम घटनास्थल पहुंच गई थी। बताया जा रहा है कि बीजापुर के शिव शक्ति कंस्ट्रक्शन कंपनी की ये वाहनें है, जिनके द्वारा रेत खनन का काम मिंगाचल में किया जा रहा है।
मिंगाचल गांव एऩ़़एच 63 स्थित है। यह आगजनी की घटना नेशनल हाईवे 63 में हुई है और घटनास्थल बीजापुर से 20किमी दूरी पर होने के कारण अग्नि शमन वाहन को भेजा गया है। जो आग बुझाने का कार्य कर रही है। राष्ट्रीय राजमार्ग 63 के एक तरफ सीआरपीएफ कैंप और थाना भी है।