कांकेर। साल भर पूर्व बालिका से हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में पीड़िता ने रविवार को अंतागढ़ में मामले का खुलासा करते हुए अपने ही समाज के प्रदेश अध्यक्ष समेत कई लोगों पर गंभीर आराेप लगाए। पीड़िता ने कहा कि अंतागढ़ में हुई बैठक में उसे ठगी के मामले में जेल में बंंद सहदेव सोनवानी का केस वापस लेकर उसे छुड़ाने का दबाव बनाया गया। ऐसा नहीं करने पर सबके सामने जान से मारने धमकी दी गई। कहा गया नहीं मानोगी तो फांसी में लटका देंगे। गाली गलौज की गई। खुलेआम इस तरह की धमकी मिलने से काफी दहशत में हूं। उसने शासन प्रशासन से सुरक्षा मुहैया कराने मांग की।
ज्ञात हो कि भानुप्रतापपुर में 2021 में होली के दिन कांकेर पुलिस थाने में पदस्थ सब इंस्पेक्टर व उसके दो साथियों पर भानुप्रतापपुर में एक नाबालिग बालिका से दुष्कर्म का आरोप लगा था। इस मामले में सप्ताह भर पूर्व आरोपियों के बरी हाेने के बाद से समाज के सदस्यों में आपस में ही सौदेबाजी का आरोप लगा खींचतान मची है। इसे लेकर बैठकों का दौर भी जारी है। भानुप्रतापपुर में हुई बैठक में समाज प्रमुखों व पीड़िता के नहीं आने पर कोसरिया गांडा समाज प्रदेश अध्यक्ष राजू टांडिया ने आरोप लगाया था कि आरोपियों के साथ पीड़िता व समाज के कुछ लोगों ने 40 लाख रुपए में डील की है। इसे लेकर दोबारा 21 जून को अंतागढ़ में बैठक आयोजित की गई थी। यहां पीड़िता पहुंची तो उसके मुताबिक उसेे जान से मारने धमकी दी गई। पीड़िता ने बताया कि बैठक में प्रदेश अध्यक्ष व अन्य ने उसे 420 के मामले में जेल में बंद सहदेव सोनवानी को छुड़वाने दबाव बनाया।गाली गलौच की गई। उसे भला बुरा कहने के साथ मारने की धमकी देते हुए कहा गया कि सहदेव साेनवानी को छुड़वाओगी तो ही समाज तुम्हारा साथ देगा। नहीं छुड़वाने पर समाज साथ नहीं देगा। उल्टे जान से मारने धमकी देते सहदेव सोनवानी के भतीजे गोलू सोनवानी ने कहा आते जाते जहां मिलेगी वहां रास्ते में मारकर फांसी में टांग देंगे। सहदेव की पत्नी गीता के अलावा रवि कुलदीप, नरेंद्र कुलदीप समेत भानुप्रतापपुर व जनकपुर के अन्य लोग भी जान से मारने की धमकी देते रहे। बैठक में इस तरह खुलेआम धमकी दी जाती रही तो एक दो लोगों ने विरोध करने का प्रयास किया तो उन्हें भी डांट फटकार बैठा दिया गया। पीड़िता ने कहा इस घटना के बाद उसे डर लगने लगा है। जान को खतरा है। उसके साथ कभी भी कुछ भी हो सकता है। पीड़िता ने उस पर लगे रुपए लेने के आरोप व धमकी के मामले को लेकर जांच व कार्रवाई के लिए अंतागढ़ थाना में आवेदन भी किया है।
पेशे से सरकारी शिक्षक सहदेव सोनवानी कोसरिया गांडा समाज भानुप्रतापपुर ब्लाॅक अध्यक्ष ने पीड़िता को सुरक्षा के मद्देनजर अपने घर पर रखा था। इसी दौरान उसे मिली क्षतिपूर्ति रकम में हेराफेरी के आरोप में उसे जेल भेज दिया गया है। रविवार को ही पीड़िता ने खुलासा करते बताया सहदेव सोनवानी ने भी उससे छेड़छाड़ की थी, जिसकी शिकायत भी उसने पुलिस में की है।