भिलाई [न्यूज़ टी 20] कोरोना वायरस महामारी के बाद अब दक्षिण अफ्रीका बाढ़ की चपेट में है. कई दिनों से बाढ़ का कहर जारी है. क्वाजुलु-नताल प्रांत और डरबन में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 443 हो गई है. करीब चार हजार घर पूरी तरह नष्ट हो चुके हैं. 40 हजार लोग बेघर हैं और 13,500 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं. इसके अलावा 58 अस्पतालों को भी नुकसान पहुंचा है.
बाढ़ ने दक्षिण अफ्रीका के कई शहरों के बुनियादी ढांचे को बहुत नुकसान पहुंचाया है. भारी बारिश के कारण यहां सड़कों, स्कूलों, बिजली, सरकारी इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं.
मौसम सेवा के मुताबिक, आने वाले दिनों में प्रांत के कई हिस्सों में बारिश की संभावना बनी हुई है. डरबन इमरजेंसी मेडिकल सर्विस की ओर से कहा गया है कि पहली बार बाढ़ आने के बाद जीवित बचे लोगों के मिलने की उम्मीद कम है.
दक्षिण अफ्रीका के सबसे बड़े शहर डरबन में बाढ़ ने सब कुछ तबाह कर दिया है. यहां भी स्कूल, सड़कें, घरों को बहुत नुकसान हुआ है.
बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में चार हजार लोगों को राहत कार्य में लगाया गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने अपने जीवन में इससे ज्यादा भयानक बाढ़ नहीं देखी है.
बाढ़ की भयावहता को देखते हुए भारी नुकसान की आशंका जताई गई है. अब सिर्फ मानवीय सहायता पर ध्यान दिया जा रहा है. आंकड़ों के मुताबिक, बाढ़ के कारण अब तक 63 लोग लापता हैं.
सरकार ने हालात को देखते हुए आपातकाली राहत कोष में एक अरब रैंड ($68 मिलियन) की घोषणा की है. इसके अलावा, अफ्रीकी फुटबॉल परिसंघ के प्रमुख पैट्रिस मोत्सेपे ने 30 मिलियन रैंड ($ 2.0) देने का ऐलान किया है.