भिलाई [न्यूज़ टी 20] दुर्ग / शहर में पेयजल व्यवस्था का निरीक्षण करने कलेक्टर डा. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने सुबह पानी खुलने के समय गया नगर, शंकर नगर और करहीडीह पहुंचे। बरसों तक करहीडीह के लोग हैंडपंप पर पेयजल के लिए आश्रित थे,
गर्मी में यहां समस्या काफी गंभीर हो जाती थी। पहली बार अमृत मिशन के माध्यम से लोगों के घरों में पानी पहुंचा है। लोगों ने कलेक्टर से कहा कि गर्मी का समय हमारे लिए सबसे मुश्किल वक्त होता था।
इस बार हमारे क्षेत्र में नल कनेक्शन आ गया। पानी की समस्या दूर हुई। इस बार हमारी गर्मी सुकून से गुजर रही है। आयुक्त हरेश मंडावी ने बताया कि तीन साल पहले दुर्ग शहर में मई महीने में 61 टैंकर चलते थे, अब केवल छह टैंकरों की जरूरत होती है।
कलेक्टर ने तीनों ही जगहों में लोगों से पानी के प्रेशर के बारे में भी पूछा। वार्डवासियों ने बताया कि पानी अच्छे प्रेशर से आ रहा है। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने देखा कि कुछ जगहों पर पानी व्यर्थ बह रहा था।
इस पर कलेक्टर ने लोगों से कहा कि पानी बहुत मूल्यवान वस्तु है। हम सबकी जिम्मेदारी है कि यह देखें कि इसका उचित उपयोग हो सके। यदि सही तरीके से उपयोग किया जाए तो सबकी जरूरतों के हिसाब से पर्याप्त पानी है। खुले नलों में उन्होंने टोंटी लगाने के निर्देश भी दिये।
एक-दो घरों में प्रेशर की दिक्कत का मामला सामने आया, इस पर तकनीकी परीक्षण कर इसे दुरूस्त कराने के निर्देश कलेक्टर ने दिये। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि दोनों वक्त नल खुलने के समय मानिटरिंग के लिए मौजूद रहें।
किसी घर में यदि नल कनेक्शन में जलापूर्ति में कुछ समस्या आ रही है अथवा प्रेशर की कमी है तो इसे तुरंत ठीक करने की कार्रवाई की जाए। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि स्वच्छ और जरूरत के मुताबिक पर्याप्त मात्रा में पेयजल सभी घरों के लिए होना चाहिए।
हर दिन इस उद्देश्य को लेकर मानिटरिंग करते रहें। सभी को पर्याप्त मात्रा में पानी मिले, इसके लिए सुनिश्चित करना होगा कि पानी का अपव्यय किसी घर में न हो, इस पर लगातार नजर रखें।
आयुक्त ने पूरे शहर में जलापूर्ति की स्थिति के बारे में कलेक्टर को जानकारी दी। कलेक्टर ने कहा कि पेयजल आपूर्ति के साथ ही पर्याप्त पेयजल की आपूर्ति भी आवश्यक है। इसके लिए प्रेशर पर नजर रखनी जरूरी है।
विशेषकर टेल एरिया में यह सुनिश्चित करें कि पानी की किसी तरह की दिक्कत न हो। इसके लिए पर्याप्त मानिटरिंग करना जरूरी है साथ ही तकनीकी दिक्कतों को दूर करना भी जरूरी है। निरीक्षण के दौरान वार्ड पार्षद श्रीमती लीना देवांगन और नरेंद्र बंजारे भी उपस्थित थे।