बिलासपुर। डामर सप्लाई करने के नाम पर करबला रोड स्थित कंपनी से छह करोड़ स्र्पये की धोखाधड़ी के मामले में कोतवाली पुलिस ने आरोपी को मुंबई से गिरफ्तार किया है। आरोपी पुलिस को चकमा देने के लिए अपने मामा के घर में छिपा था। पुलिस उसे लेकर शहर लौट आई है। मामले में आरोपी के पिता की तलाश जारी है।
कोतवाली थाना प्रभारी प्रदीप आर्य ने बताया कि करबला रोड स्थित एसके इंडस्ट्रिज डामर का व्यवसाय करती है। कंपनी में वृहत साम पांडेय सेल्स मैनेजर हैं। उन्होंने मामले की शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें बताया कि उन्हें पता चला था कि मुंबई के जेजे इंडस्ट्रिज से सही कीमत पर डामर की सप्लाई की जाती है। इसका संचालन दर्शन मेहता और उसका पुत्र भास्कर मेहता करते हैं। पिता पुत्र ने उन्हें उचित कीमत पर समय में डामर सप्लाई का आश्वासन दिया। इस पर वृहत साम पांडेय की कंपनी की ओर जेजे इंडस्ट्रिज को डामर के लिए आर्डर देना शुरू किया गया। कंपनी की ओर से एक फरवरी से सात अप्रैल 2022 के बीच नौ करोड़ 57 लाख 68 हजार 800 स्र्पये का आर्डर दिया गया। हर आर्डर के लिए कंपनी की ओर से अग्रिम भुगतान किया जाता था। बड़े आर्डर मिलने के बाद कंपनी की ओर से सप्लाई को कम कर दिया गया। कंपनी की ओर से तीन करोड़ 36 लाख 83 हजार तीन सौ 20 स्र्पये का डामर उपलब्ध कराया गया। शेष छह करोड़ 20 लाख 85 हजार स्र्पये का डामर देने से पहले संचालक पिता-पुत्र फरार हो गए। अन्य व्यापारियों से पता चला कि पिता-पुत्र ने कई लोगों से धोखाधड़ी की है। शिकायत पर एसआई रविंद्र यादव के नेतृत्व में एक टीम मुंबई रवाना की गई। मुंबई में आरोपी के ठिकाने पर दबिश दी गई पर वे नहीं मिले। इस पर पुलिस ने आरोपी के रिश्तेदारों के संबंध में जानकारी ली। पुलिस ने आरोपी दर्शन भास्कर मेहता(28) को मुंबई के विरार क्षेत्र में घेराबंदी कर पकड़ लिया। वह अपने मामा के घर में छिपा हुआ था। पुलिस की टीम गिरफ्तार आरोपी को लेकर बिलासपुर आ गई है।