भिलाई [न्यूज़ टी 20] मोतिहारी में अवैध संबंधों के चलते ठेकेदार जयप्रकाश की हत्या हुई थी। पुलिस ने उसकी प्रेमिका और RJD नेत्री निराली ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया। मुख्य आरोपी महिला के पति और एक अन्य को भी गिरफ्तार किया गया है।
16 मई को ठेकेदार को शूटर्स ने गोलियों से भून डाला था। उसे और उसके ड्राइवर को 3-3 गोलियां लगी थी। हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि निराली उर्फ पल्लवी से अवैध संबंध को लेकर ठेकेदार का मर्डर हुआ।
निराली के ठेकेदार जयप्रकाश के जीवन में आने और फिर उसकी हत्या तक की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है। जमीन बेचने से शुरू हुआ ठेकेदार और निराली उर्फ पल्लवी का रिलेशन उसी पर भारी पड़ा।
आइए जानते हैं, कैसे इन दोनों की दोस्ती हुई और कैसे ठेकेदार को अपनी जान गंवानी पड़ी।
निराली ठाकुर खुद को चर्चा में रखने के लिए अक्सर बड़े लोगों के बीच जाना, उनसे मिलना और उनके साथ टूर पर आना-जाना करती थी। निराली ने 3 शादियां की थी। पहली शादी ठेकेदार जय प्रकाश के गांव सरोतर में, दूसरी शादी अरेराज और तीसरी चिरैया थाना क्षेत्र के श्रीकृष्ण में अवनीश से हुई थी।
जमीन बेचने के दौरान ठेकेदार के संपर्क में आई निराली
जब निराली ठाकुर के पहले पति की मौत हो गई तो उसके हिस्से की जमीन को उसे बेचना था। ठेकेदार जय प्रकाश भी जमीन का काम करता था। इसी दौरान उसके संपर्क में आई और दोनों की नजदीकियां बढ़ने लगी।
जय प्रकाश निराली से लगातार फोन पर बात करता था और उसे बाहर घुमाने ले जाता था। अन्य शादियों के बाद भी उसका संबंध ठेकेदार से बना रहा। MLC चुनाव से पहले निराली ने राजद की सदस्यता ली थी।
काफी कम समय में ही वह पार्टी में काफी चर्चित हो गई। इतना ही नहीं वो बड़े नेताओं के साथ मंच साझा करने लगी। उसने अपने फेसबुक पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ फोटो भी पोस्ट किया था।
दोनों के संबंध से डरा तीसरा पति
निराली का तीसरा पति ठेकेदार की हत्या में मुख्य आरोपी है। अवनीश प्रॉपर्टी डीलर मंटू शर्मा का ड्राइवर था। बता दें 2016 में मंटू की हत्या हुई थी। उस दौरान अवनीश पर लाइनर का आरोप लगा था और जेल भी हुई थी।
जेल से वह जब बाहर निकला तो निराली ठाकुर से शादी की। निराली और अवनीश के तीन बच्चे हैं। अवनीश को भी ठेकेदार और निराली के अवैध संबंध की जानकारी थी। उसे यह डर था कि कहीं दोनों मिली उसकी हत्या ना कर दें। इसलिए उसने शूटरों के माध्यम से ठेकेदार के मर्डर की साजिश रची।
हत्या से पहले रेकी हुई थी
SP डॉ कुमार आशीष ने बताया कि अवनीश की आर्थिक स्थिति शूटरों को हायर करने की नहीं थी। इसके लिए अवनीश सिंह ने जयप्रकाश के व्यवसायिक विरोधियों से संपर्क किया। इसके बाद व्यवसायिक विरोधियों ने अवनीश को आर्थिक मदद व अन्य सहयोग देने का भरोसा दिया।
इसके बाद शूटरों और व्यवसायिक विरोधियों से मिलकर अवनीश ने ठेकेदार की हत्या की साजिश रची थी। हत्या के पूर्व रेकी भी की गई थी।
हत्या से पहले ठेकेदार ने निराली को किया था कॉल
अवनीश ने बताया कि बरियारपुर स्थित उसकी दुकान पर ठेकेदार जय प्रकाश घटना के दिन 16 मई को रुका था। वहां उसे जानकारी मिली कि पटना जाने के दौरान ठेकेदार चकिया स्थित अपने हॉट मिक्स प्लॉट पर रुकेगा।
इसके बाद वह पटना निकलेगा। बरियारपुर स्थित दुकान पर लस्सी पीने के बाद जब जय प्रकाश पटना जाने के लिए निकला तो उसने निराली को वाट्सअप कॉल किया था। दोनों की करीब आधे घंटे तक बात हुई थी।
वाट्सअप कॉल कर शूटरों को बताया लोकेशन
जैसे ही ठेकेदार पटना जाने के लिए निकला। उसी समय अवनीश ने वाट्सअप कॉल कर शूटरों को लोकेशन बताया। जैसे जय प्रकाश बिरियानी हाउस पर खाने के लिए रुका वैसे ही शूटर ठेकेदार को गोलियों से भून दिया।
घटना के बाद व्हाट्सएप कॉल कर अवनीश को जानकरी दी कि काम हो गया। जय प्रकाश की हत्या के बाद जब शव सदर अस्पताल पहुंचा तो निराली भी सदर अस्पताल पहुंची थी। पूछताछ के दौरान अवनीश ने पुलिस को बताया कि
हत्या में शामिल शूटरों से उसकी जेल में रहने के दौरान दोस्ती हुई थी। हाल ही में जेल से निकले उसके साथियों ने ही जय प्रकाश की गोली मार हत्या की।