जांजगीर-चाम्पा कलेक्टर की पहल की हो रही खूब सराहना
भिलाई [न्यूज़ टी 20] जांजगीर-चाम्पा / वैसे तो कलेक्टोरेट में प्रतिदिन सैकड़ों लोग अपने जरूरी काम से आते हैं और यहाँ से चले जाते हैं। कुछ समस्याओं को लेकर शिकायत करने आते हैं तो कुछ अन्य जरूरी काम से आते हैं।
इस आने जाने के अन्तराल में आमनागरिकों को उस वक़्त अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ता था जब लंबी दूरी तय कर कलेक्ट्रेट आते थे मगर यहाँ उन्हें बैठने के लिए कही आरामदायक जगह नहीं मिल पाती थी।
अधिकारियों से मिलने या कलेक्टर के न्यायालय में सुनवाई के लिए पहुँचे पक्षकारों को भी इधर-उधर बैठना पड़ता था। उनकी समस्या तब और भी बढ़ जाती थी जब कोई अधिकारी दौरा या महत्वपूर्ण मीटिंग में रहता था।
इस दौरान आमनागरिकों को इंतजार कर वक़्त बिताना पड़ता था। आमनागरिकों की यह समस्या जब कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला के संज्ञान में आई तो उन्होंने बिना देरी किए कलेक्ट्रेट में कई सुविधाओं की सौगात दे दी।
उनकी पहल का ही परिणाम है कि अब जांजगीर-चाम्पा जिले का कलेक्ट्रेट न सिर्फ स्वच्छ, सुंदर नजर आता है,अपितु यहाँ अपने काम से आने वाले हर नागरिकों को बैठने के लिए कुर्सियां, सुकून के लिए कूलर और पंखे की ठंडी हवा,
मनोरंजन के लिए टीवी तथा ज्ञान बढ़ाने के लिए शासकीय योजनाओं, सामान्य ज्ञान और महापुरुषों से संबंधित किताबें भी पढ़ने को मिल रही है। कलेक्ट्रेट जांजगीर-चाम्पा में आने वाले आमनागरिकों और पक्षकारों के लिए बैठने की विशेष व्यवस्था की गई है।
कलेक्टर और एडीएम कार्यालय के बाहर परिसर में ही घेरा बनाकर बैठने के लिए कुर्सियां और मनोरंजन के लिए टीवी,कूलर लगाकर राहत पहुचाई गई है। आमनागरिक कूलर -पंखे की ठंडी हवा खाते हुए टीवी चैनल पर मनोरंजन कर सकते हैं।
यहाँ उपलब्ध ज्ञानवर्धक किताबों के साथ शीतल पेयजल भी उपलब्ध है। यहाँ फिश एक्विरियम भी लगाया गया है। जो महिलाओं के साथ छोटे बच्चों को भी आकर्षित करेगा। कलेक्टर श्री शुक्ला की इस पहल से जहाँ कलेक्ट्रेट परिसर की सुंदरता बढ़ गई है,
वहीं आमनागरिकों को भी सुविधाओं के साथ सहूलियतों मिलने लगी है। यहाँ आने वाले अपना जरूरी काम भी निपटा लेते हैं और मनोरंजन के साथ आराम भी मिल जाता है।
नवागढ़ से कलेक्ट्रेट में अपने कुछ जरूरी काम से पहुचे राजेश कुमार का कहना था कि यात्रा कर वे जब किसी कार्यालय आते हैं तो बहुत थके हुए होते है। इस दौरान यदि कार्यालय पहुचने पर ठंडी हवाएं और बैठने की व्यवस्था मिल जाती है तो बहुत सुकून मिलता है।
जांजगीर कलेक्टोरेट में बैठने के साथ ज्ञानवर्धक किताबों, टीवी की व्यवस्था हो जाने से यहाँ आने वालों को न सिर्फ आराम मिलेगा,किसी अधिकारी के दौरा या मीटिंग में होने पर टीवी देखकर, किताबें पढ़कर समय का सदुपयोग कर सकते है।
कलेक्टोरेट में इस सुविधाओं की वजह से किसी को बोरियत महसूस नहीं होगी। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के प्रत्येक नागरिकों से सद्भावनापूर्वक व्यवहार और नागरिक सुविधाओं की अपेक्षा की थी। जांजगीर-चाम्पा जिले में यह साकार होता दिख रहा है।