भोपाल। मध्यप्रदेश में बढ़ रही वाहन चोरी की घटनाओं को देखते हुए गठित की एसआईटी ने पृथक-पृथक राज्यों से अंतर्राज्यीय वाहन चोरी करने वाले 2 गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की है। इस गिरोह से पुलिस ने करीब तीन करोड़ रूपये कीमत के 25 चारपहिया वाहन सहित चोरी करने में उपयोग आने वाली डिवाईस जप्त की है। इस दौरान पुलिस ने दोनों गिरोह के 14 आरोपियों को चार राज्यों से गिरफ्तार किया है।

गुरुवार को स्थानीय कंट्रोल रूम में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में नर्मदापुरम पुलिस महानिरीक्षक दीपिका सूरी ने बताया कि एसआईटी
उक्त दल द्वारा इटारसी से चोरी हुई स्वीफ्ट कार की घटना दिनांक से रूट की जानकारी हासिल की। इस दौरान पुलिस को एक महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी की चोरी गई कार का रूट जहां पहुंचा, वहीं एक संदेही कमल पिता देवीसिंह धाकड़ जाति किरार निवासी उदयपुरा जिला रायसेन की लोकेशन भी मिली। पुलिस दल को इस दौरान आरोपी कमल के बारे में जानकारी मिली थी कि वह वाहन चोरी के पुराने मामलों का भी आरोपी रहा है। एसआईटी द्वारा कमल से पूछताछ की गई तो उसने कन्नौद, खातेगांव, सिवनी मालवा, पिपरिया, ओब्दुल्लागंज एवं ईटारसी से वाहन चोरी करके ड्रायवर के माध्यम से बनारस में मिथलेश नामक व्यक्ति को तथा भुवनेश्वर (ओड़िसा) में अब्दुल शकूर को बेंचना कबूल किया।

इसके आधार पर एसआईटी पहले बनारस पहुंची। जहाँ चंदोली पुलिस थाना क्षेत्र में स्थानीय पुलिस की मदद से मिथलेश कुमार मोर्य पिता फूलचंद मार्य निवासी चॉकघाट वाराणसी (उत्तरप्रदेश) को हिरासत में लिया तथा पूछताछ की। जिसमें उसने कमल धाकड़ से चोरी की गाड़ी खरीदकर बेंचना स्वीकार किया। इसके बाद मिथलेश की निशानदेही पर एसआईटी ने स्थानीय पुलिस की मदद से उसके पास से 8 वाहन जप्त किये हैं। स्थानीय पुलिस ने इस दौरान पाया की मिथलेश आरटीओ में काम करता है, जिसका फायदा उठाकर उसने मध्यप्रदेश की गाड़ियों का उत्तरप्रदेश में फर्जी पंजीयन करके गाड़ी बेंच देता था। वाहनों के फर्जी पंजीयन मामले में चंदौली पुलिस ने मिथलेश, शिवाजी विश्वकर्मा और पालचंद नियोगी के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया है।

एसआईटी द्वारा आरोपी कमल धाकड़ की निशादेही पर उसके घर ग्राम उदयपुरा तथा भोपाल वाले घर से 2 वाहन जप्त किए गए, साथ ही मिथलेश द्वारा बेंचा गया 1 वाहन गोरखपुर (उत्तरप्रदेश) तथा 1 वाहन जो कन्नौद से चोरी हुआ था, जिसका थाना कन्नौद जिला देवास में धारा 379 भादवि का अपराध दर्ज था, सैदपुर उत्तरप्रदेश से जप्त किया गया।

इसकी शुरुआत हरदा में वाहन बेंचने आये आरोपी की गिरफ्तारी से शुरू हुई। पुलिस को मुखबिर के माध्यम से जानकारी मिली की 11 फरवरी 2022 को पटना का अमितेश उर्फ मोनू नामक व्यक्ति हरदा के रेलवे स्टेशन पर चोरी का एक चार पहिया वाहन बेंचने आया है। पुलिस ने तत्काल घेराबंदी करके आरोपी को काले रंग की क्रेटा के साथ गिरफ्तार किया।

हरदा सिटी कोतवाली ने इस मामले में धारा 411, 413 भादवि का अपराध दर्ज किया। आरोपी से पूछताछ करने पर बताया कि वह चोरी की गाड़ियों को बेंचने का काम करता है। मुझे यह चोरी की गाडियां ग्वालियर वाले अजय शर्मा और उसके अन्य साथी ड्राईवरों के माध्यम से भिजवाते थे, जिनकी नम्बर प्लेट बदलने बलिए उसी कलर और उसी कम्पनी के वाहन को तलाशते थे। उसके बाद हम चोरी के वाहन पर नंबर प्लेट बदल लेते थे। मोनू ने बताया कि दो चोरी के वाहन उसने इटारसी स्टेशन पर बेंचने के लिए खड़े करे हैं तथा अन्य चोरी के वाहन उसने छोटू निवासी पटना, हनीसिंह निवासी पटना, बंटी निवासी मुज्जफरपुर और सोहेल निवासी जमशेदपुर को बेंचना बताया। उक्त सूचना पर एसआईटी द्वारा ईटारसी स्टेशन से 02 वाहन तथा उपरोक्त व्यक्तियों से विभिन्न स्थानों पर दबिश देकर 07 वाहन जप्त किए गए। मामले में फरार अजय शर्मा (गाड़ी चुराने वाला) को शिवपुरी के पास हाईवे से हिरासत में लिया गया जिसके कब्जे से 01 वाहन चोरी का जप्त किया गया तथा उसके साथी ज्ञानी गुप्ता से भी 01 वाहन जप्त किया गया।

एसआईटी द्वारा उपरोक्त दोनों गिरोह से कुल 25 वाहन जप्त किए गए। जिनकी कीमत लगभग 03 करोड़ रूपए है। साथ ही गाड़ी चोरी करने वाले चोरी की गाड़ी खरीदने तथा बेंचने वाले और अन्य सहयोगियों सहित दोनों गिरोह के कुल 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।

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