रायपुर / छत्तीसगढ़ शासन, विश्व बैंक तथा अंतर्राष्ट्रीय कृषि विकास कोष द्वारा वित्तपोषित चिराग परियोजना की संयुक्त अर्द्धवार्षिक तीन दिवसीय बैठक दूसरे क्रियान्वयन सहयोगी मिशन के अंतर्गत 16 से 18 अगस्त को नवा रायपुर स्थित सी.बी.डी. भवन के चिराग परियोजना कार्यालय में कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई।

कृषि उत्पादन आयुक्त ने आदिवासी क्षेत्र की परियोजना से स्थानीय पोषणयुक्त उत्पाद को बढ़ावा देने, उत्पाद का स्थानीय स्तर पर प्रसंस्करण कर ब्रांडिंग करने, किसानों को उत्पाद का अधिक मूल्य दिलाने तथा स्थानीय स्तर पर रोजगार का उपलब्ध कराने के लिए सुझाव दिए।

चिराग परियोजना अंतर्गत क्रियान्वयन होने वाली सभी गतिविधियों में पर्यावरण हितैषी मानक का ध्यान रखने के निर्देश दिए गए। बैठक में चिराग परियोजना के प्रगति की समीक्षा की गई।

चिराग परियोजना निदेशक श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य पालन, कृषि  सम्बंधित क्लस्टर निर्माण कर मूल्य संवर्धन की प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करने एवं नरवा योजना के माध्यम से नयी संरचना स्थापित कर

तथा पुरानी संरचनाओं की मरम्मत कर भूजल स्तर को बढ़ाने का सुझाव दिया। वर्ल्ड बैंक के टास्क टीम लीडर राज गांगुली द्वारा परियोजना क्रियान्वयन के संबंध में जानकारी दी।

अन्तर्राष्ट्रीय कृषि विकास कोष प्रमुख मीरा मिश्रा ने पोषण आधारित कृषि, ग्रामीणों की आजीविका बढ़ाने संबंधित अन्य राज्यों में संचालित हो रहे कृषि परियोजनाओं की जानकारी दी।

बैठक में राज्य सरकार की नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना के अंतर्गत गौठान के माध्यम से जुड़कर स्थानीय लोगों को आजीविका उपलब्ध कराने एवं नाला संवर्धन के माध्यम से भू-जल स्तर बढ़ाने के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई।

कृषि उत्पाद आधारित प्रसंस्करण इकाई की स्थापना एवं जलवायु आधारित पोषण सहयोगी कृषि को बढ़ावा देने के संबंध में जानकारी दी गयी।

छत्तीसगढ़ के जनजाति क्षेत्रों में पोषण युक्त उत्पादों को बढ़ावा देने एवं उसके सुरक्षित संग्रहण और ट्रांसपोर्टेशन सहित पोषण के अन्य परिप्रेक्ष्य में सुझाव दिए गए।

भौगोलिक क्षेत्रों के आधार पर मल्टी कमोडिटी उत्पाद का केंद्र बनाकर ब्रांडिंग और सर्टिफिकेशन के साथ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्पाद को स्थापित करने, कोदो, कुटकी, रागी के उत्पादन बढ़ाने एवं मूल्य संवर्धन करने पर चर्चा हुई।

हाट बाजार के आधुनिकीकरण सहित परियोजना से संबंधित विभिन्न विषयों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।

मिशन टीम द्वारा सचिव वित्त से भी मुलाक़ात की गयी और आवश्यक निर्देश प्राप्त किए। बैठक में चिराग परियोजना की टीम के सभी सदस्य, कृषि, उद्यानकी, पशुपालन, मत्स्यपालन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

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