भिलाई [न्यूज़ टी 20] गैंगवार में हिस्ट्रीशीटर डॉन देवा गुर्जर के मर्डर के बाद कोटा में मंगलवार को भीड़ ने जमकर बवाल किया। गुर्जर की हत्या के विरोध और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बोराबास (कोटा) और
शहर में मॉर्च्युरी के बाहर उसके समर्थकों हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस पर पत्थरबाजी की। पुलिस ने भी लाठियां चलाकर लोगों को खदेड़ा है। वहीं, बोराबास (कोटा) में आज सुबह प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रोडवेज की बस में आग लगा दी।
कई में तोड़फोड़ की। वहीं, पूरे मामले में पुलिस ने पांच बदमाशों को पकड़ा है। बता दें कि सोमवार को हथियारों से लैस बदमाशों ने रावतभाटा (चित्तौड़गढ़) में हिस्ट्रीशीटर देवा गुर्जर को मौत के घाट उतार दिया था।
उधर, पोस्टमार्टम कराने के बाद देवा के शव को फिलहाल मॉर्च्युरी में ही रखा गया है। मौके पर जुटे लोगों को हटा दिया गया है। वहीं, बोराबास में समाज के लोगों ओर प्रशासन के बीच सहमति नहीं बनी। यहां बड़ी संख्या में लोग एक बार फिर सड़क पर जाम लगाकर बैठ गए।
ये है मामला
दरअसल, रावतभाटा में कोटा बैरियर डैम रोड पर सैलून में बीच बाजार में दिनदहाड़े बोराबास (कोटा) निवासी 40 वर्षीय देवागुर्जर पर गंडासे, धारदार हथियारों, कुल्हाड़ी, रिवाल्वर से फायर कर हमला किया गया।
घटना सोमवार शाम लगभग 5.30 बजे की है। इस घटना में सैलून 10 से 15 लोग 2 वाहनों में हथियारों से लैस होकर आए और आनन-फानन में फायर किए। फिर कुल्हाड़ी से गले पर भी वार किया। गंडासे और अन्य हथियार भी थे। घटना आपसी रंजिश की बताई जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि देवा गुर्जर अपने वाहनों की मरम्मत कराने के लिए आया था। साथ में उसके साथी भी थे, लेकिन कहीं आसपास चले गए थे। देवा गुर्जर सैलून की दुकान था। उसी दौरान 2 वाहनों में आए 10 से 15 लोगों ने हमला कर दिया।
सूचना मिलने के बाद मौके पर डीएसपी झाबरमल यादव, सीआई राजाराम गुर्जर पहुंचे। अस्पताल पहुंचाया गया। उसके बाद कोटा रैफर किया गया, जहां रास्ते में ही एम्बुलेंस में दम तोड़ दिया। कोटा निजी अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया।
जाम लगाकर बसों में लगाई आग
सोमवार शाम को डॉन देवा गुर्जर की मौत की खबर फैलते ही उसके समर्थकों का जुटना शुरू हो गया था। मंगलवार सुबह आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर समर्थकों ने कोटा-रावतभाटा मार्ग पर पहले तो जाम लगा दिया।
इसके बाद वहां से निकल रही दो रोडवेज बसों में समर्थकों ने आग लगा दी। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने बस के स्टॉफ व कुछ सवारियों से भी मारपीट की। सूचना पर पुलिस का जाप्ता और नगर निगम की दमकल मौके पर पहुंची।
निगम की दमकलों ने आग पर काबू पाया। वहीं, जाम लगने से कोटा से रावतभाटा जाने वाले व रावतभाटा से कोटा आने वाले यात्रियों को परेशानी हुई। इधर एमबीएस की मॉर्च्यूरी के बाहर सुबह से ही भीड़ लगना शुरू हुआ।
समाज के लोग आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए। हंगामे के हालात को देखते सिटी एसपी केसर सिंह शेखावत खुद मौके पर पहुंचे। देवा गुर्जर के शव को सोमवार शाम को कोटा के एमबीएस अस्पताल लाया गया था।
मंगलवार सुबह उसके पोस्टमार्टम से पहले समर्थकों आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए पुलिस से भिड़ गए। परिवार और समाज के लोगों ने चेतावनी भी दी है। अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो राजस्थान में आंदोलन होगा।
लोगों को समझाने के लिए कोटा एसपी केसर सिंह भी मौके पर पहुंचे। समाज के लोगों को समझाने की कोशिश की। इस दौरान लोग भी दो पक्षों में बंटे नजर आए। एक पक्ष बात मान रहा है,
लेकिन दूसरा अपनी हीं मांगो पर अड़ा है। आखिर काफी बातचीत के बाद करीब पोने चार बजे सहमति बनी।
इन मांगों पर बनी सहमति
- देव के परिवार को 5 लाख का मुआवजा मिलेगा।
- सभी आरोपियों पर 302 का केस दर्ज कर गिरफ्तारी होगी।
- मृतक के परिवार में से एक को नोकरी मिलेगी
- रावतभाटा सीआई लाइन हाजिर किया गया।
पांच लोगों को पकड़ा
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पांच संदिग्ध लोगों को राउंडअप किया है। साथ में दो को डिटेन किया गया है। रावतभाटा पहुंचने के बाद एसपी प्रीति जैन ने थाने में पुलिस अधिकारियों से मर्डर केस से जुड़ी अहम जानकारी ली।
डॉन देवा गुर्जर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहता था। वह रेग्युलर वीडियो और रील्स बनाता था। डॉन के फॉलोअर्स की संख्या अलग-अलग सोशल मीडिया प्रोफाइल पर दो लाख से ज्यादा है।