भिलाई [न्यूज़ टी 20] दौसा जिले में 32 साल की महिला को कार में लिफ्ट देकर गैंगरेप करने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने के बाद महिला की हत्या की और डेडबॉडी को कुएं में फेंक दिया।

पुलिस अधीक्षक राजकुमार गुप्ता ने बताया कि पुलिस ने मुख्य आरोपी कालूराम मीणा (22) को गिरफ्तार कर लिया है। वह दौसा के सिसोदिया गांव का रहने वाला है। कार में कालूराम का दूसरा साथी भी था, जो फरार है।

पुलिस उसकी तलाश कर रही है। पुलिस के मुताबिक, महिला जयपुर के कोटखावदा स्थित अपने ससुराल से 23 अप्रैल को सुबह 10.30 बजे अपने पीहर दौसा के रामगढ़ पचवारा के गांव के लिए रवाना हुई थी।

वह दोपहर तक गांव के नजदीकी बस स्टैंड पर पहुंच गई। वहां से पीहर जाने के लिए किसी साधन का इंतजार करने लगी। जब काफी देर तक साधन नहीं मिला तो महिला पैदल ही पीहर जाने वाले रास्ते पर चल दी।

उसी बस स्टैंड पर कालूराम व उसका एक साथ कार लेकर खड़े थे। वे भी उसी रास्ते से गुजर रहे थे। कालूराम निजी कार को किराए पर चलाता है। उसने महिला को कार में लिफ्ट देने की बात कही। महिला कार में बैठ गई।

इसके बाद कालूराम उसे सुनसान जगह ले गया। उसने व उसके साथी ने महिला के साथ रेप किया। रेप के बाद हत्या कर बस्सी थाना इलाके के एक कुएं में शव को फेंक दिया और मौके से फरार हो गए।

पुलिस को ऐसे लगा सुराग

एएसपी डॉ. लालचंद कायल ने बताया कि 23 अप्रैल की देर शाम तक जब महिला घर नहीं पहुंची। उसके पिता ने पति को सूचित किया। महिला की तलाश की, लेकिन रात तक उसका सुराग नहीं लगा।

24 अप्रैल को परिजनों ने पुलिस थाने जाकर गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखा दी। पुलिस ने मामले की जांच के दौरान बस स्टैंड का सीसीटीवी फुटेज खंगाला। सीसीटीवी में महिला बस स्टैंड पर नजर आई।

वहीं कालूराम की कार भी नजर आई जो महिला के रवाना होने के कुछ देर बाद गांव के रास्ते की ओर निकल गई। पुलिस ने बस स्टैंड पर कार के बारे में पूछा तो यह सिसोदिया निवासी कालूराम की निकली।

पुलिस आज सोमवार को कालूराम को तलाश करती हुई सिसोदिया पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने वारदात को कबूल कर लिया।

कालूराम की ही निशानदेही पर महिला का शव आज कुएं से निकाला गया। कालूराम का साथी फरार है।

परिजनों का हंगामा

महिला के पिता, पति व परिजनों ने मोर्चरी पर हंगामा किया। शव लेने से इनकार कर दिया। दिनभर शव न उठाने की जिद पर अड़े रहे। कुछ देर लालसोट रोड जाम भी कर दिया।

बाद में जिला कलेक्टर कमर चौधरी के समझाने पर गतिरोध खत्म हुआ।

पीड़ित परिवार की मदद का प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवाने का भरोसा दिलाया गया है। इसके बाद परिजन अस्पताल से शव लेकर रवाना हो गए।

पति व पीहर पक्ष के लोग बोले

पति ने बताया कि उसकी शादी 2008 में हुई थी। 2 बच्चे हैं। पीड़ित पक्ष ने आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की।

महिला के पिता ने कहा- 23 को बेटी नहीं आई तो 24 अप्रैल को रामगढ़ पचवारा थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई थी।अब उसकी लाश मिली है- सरकार मदद करे व दरिंदों को फांसी दे।

दिन भर परिजनों को मनाते रहे अफसर

मौके पर दौसा कोतवाली, लवाण, रामगढ़ पचवारा थाना पुलिस समेत एएसपी व डिप्टी एसपी महिला क्राइम मौजूद थे। एएसपी डॉ लालचंद कायल सहित अन्य अधिकारी परिजनों को समझाते रहे।

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