[भिलाई न्यूज़ टी 20]नई दिल्ली. आजकल के समय में ऑनलाइन फ्रॉड इतने पेशेवर तरीके से किया जा रहा है कि कई बार आपको भनक भी नहीं लगती और आपको डेटा चोरी हो जाता है. आपको वित्तीय सेवा देने वाले संस्थान तकनीकी रूप से जितने मजबूत हो रहे हैं,
हैकर्स भी उतनी ही गति से एडवांस हो रहे हैं. ऐसे में डेटा की सुरक्षा एक बड़ी चिंता बनकर उभरी है. टेक्नोलॉजी वरदान के साथ-साथ अभिशाप भी साबित हो रही है
मिंट में छपे एक लेख के अनुसार, कुछ तरीकों से आप अपने ऑनलाइन डेटा और सुरक्षित करने का प्रयास कर सकते हैं. इसमें मजबूत पासवर्ड रखना, सॉफ्टवेयर अपडेट और डिवाइस को वायरस मुक्त करना शामिल हैं. हम इन्हीं बिंदुओं पर विस्तार से आपको जानकारी देंगे
मजबूत पासवर्ड
आपके डेटा की प्रोटेक्शन के लिए सबसे जरूरी चीज है मजबूत पासवर्ड. हालांकि, बहुत मजूबत पासवर्ड या अनोखे पासवर्ड्स को याद रखना इतना आसान नहीं होता. तो इस समस्या से बचने के लिए आप ऐसे बड़े पासवर्ड्स का इस्तेमाल कर सकते हैं
जो लंबे वाक्य हों लेकिन याद रखने में आसान हों. जैसे Catch Me 1f You Can. इसमें हर पहला अक्षर कैपिटल है, इफ में आई की जगह 1 (न्यूमेरिक) लिखा है. इससे मजबूत पासवर्ड की रिक्वायरमेंट भी पूरी हो जाएगी और आपको एक आसान याद रखने वाला पासवर्ड मिल जाएगा.
इसके अलावा आप पासवर्ड्स को किसी पासवर्ड लॉकर ऐप में रख सकते हैं. लेकिन ऐसे ही ऐप का इस्तेमाल करें जो भरोसेमंद हों और अच्छी वेबसाइट्स पर जिसका रिव्यू किया गया हो. अगर आप एपल प्रोडक्ट यूज करते हैं तो iCloud KeyChain का इस्तेमाल कर सकते हैं.
सॉफ्टवेयर
आपको अपना डिवाइस अप टू डेट रखना चाहिए. आपके मोबाइल फोन का सॉफ्टवेयर अपडेटेट होने के साथ-साथ जो ऐप्स आप इस्तेमाल कर रहे हैं वह भी अपडेट होनी चाहिए.
ऐप्स को लगातार सुरक्षात्मक दृष्टि से मजबूत किया जाता है. ताकि वह किसी भी तरह से साइबर अटैक का मुकाबला कर सकें. आप ऐप्स को ऑटो अपडेट पर भी लगा सकते हैं.
वायरस मुक्त डिवाइस
अपने डिवाइस में किसी तरह का वायरस न आने दें. यह इंटरनेट या किसी एक्सटर्नल डिवाइस के जरिए आपके डिवाइस में आ सकते हैं.
इससे बचने का सबसे आसान तरीका है एक बेहतर एंटी वायरस खरीदकर इन्सटॉल करना. इसके अलावा आप अपने वित्तीय लेनदेन के लिए बाहरी डिवाइस का इस्तेमाल बिलकुल न करें.
इंटरनेट के ठगों से बचें
आप जब भी किसी वेबसाइट का यूआरएल सर्च इंजन में डालें तो कोशिश करें कि वह बिलकुल सही हो. एक छोटी सी भी गलती आपको किसी गलत वेबसाइट पर लेकर जा सकती है
और ऐसी साइट्स आसानी से आपका जरूरी डेटा कैप्चर कर सकती हैं. चिंता की बात यह है कि ये वेबसाइट्स हूबहु उसी साइट की तरह होंगी जहां आप जाना चाह रहे थे.
इसलिए आपको संदेह भी नहीं होगा. अगर आपसे ऐसी गलती हो भी जाए तो तुरंत अपने पासवर्ड्स बदल दीजिए. कोई वेबसाइट सिक्योर है या नहीं इसका पता लगाने के लिए यूआरएल की शुरुआत में लॉक सिंबल को देखें.