भिलाई / [न्यूज़ टी 20] Early Sign And Symptoms Of Kidney Problem : दुनियाभर में लाखों की तादाद में ऐसे लोग हैं जो किडनी से संबधित समस्याओं से जूझ रहे हैं और उन्हें इसकी जानकारी तक नही है. दरअसल, कई बार हमें किडनी की समस्याओं के लक्षण तो दिखते हैं लेकिन जानकारी के अभाव में हम इसे पहचान नहीं पाते.
कई लोग तो इन लक्षणों को किसी अन्य समस्या की वजह समझकर गलत इलाज भी करने लगते हैं. लेकिन सही समय पर इलाज ना होने की वजह से आगे चलकर किडनी फेल होने की भी आशंका बन जाती है.
किडनी.ऑर्ग के मुताबिक, जब यूरिन में प्रोटीन अधिक मात्रा में जमा होने लगता हैं तो इससे किडनी की समस्या बढ़ने लगती है. नेशनल किडनी फाउंडेशन के चीफ मेडिकल ऑफिसर का कहना है कि ये एक वजह है जिसके कारण 10 प्रतिशत क्रॉनिक किडनी पेशेंट को ये पता चलता है कि वे किडनी की समस्या से जूझ रहे हैं. तो आइए जानते हैं कि किडनी में समस्याओं के कौन से लक्षण हो सकते हैं.
किडनी खराब होने के लक्षण
पेशाब ज्यादा आना
अगर किडनी में परेशानी शुरू होती है तो सबसे पहले उसका असर पेशाब पर पड़ता है. आमतौर पर दिन में 8-10 बार पेशाब आना स्वाभाविक है लेकिन इससे ज्यादा पेशाब का आना किडनी खराब होने का संकेत हो सकता है. कई बार पेशाब में जलन और खून आने की भी परेशानी का सामना करना पड़ता है. कई बार ये लक्षण यूरिन इंफेक्शन की वजह से भी होते हैं.
किडनी में खराबी आने पर भूख में कमी आने लगती है. यही नहीं, मरीज का तेजी से वजन कम होने लगता है. इस परेशानी की वजह से मरीज को हमेशा पेट भरा हुआ महसूस होता है.
स्किन का ड्राई होना और खुजली होना
किडनी में खराबी होने पर उसका असर स्किन पर भी दिखने लगता है. स्किन ड्राई होने लगती है और स्किन में खुजली की परेशानी भी होती है.
एनर्जी की कमी
अगर आपको कमजोरी महसूस हो रही है, चक्कर आ रहा है, थकान रहती है तो ये भी किडनी की समस्या का लक्षण हो सकता है. ऐसे में एनिमिया की समस्या भी हो सकती है.
पेशाब में खून आना
अगर आपके पेशाब में खून आ रहा है तो ये किडनी स्टोन, किडनी में ट्यूमर, किडनी में इंफेक्शन की वजह से हो सकता है.
नींद की कमी और बैचेनी होना
जिन लोगों को किडनी की समस्या होती है उनकी नींद का पैटर्न भी बिगड़ने लगता है. नींद की कमी होने की वजह से कई बार बैचेनी और घबराहट भी होती है.
पैरों में सूजन होना
किडनी बॉडी से अतिरिक्त सोडियम को फिल्टर करने में मदद करती है. किडनी में खराबी होने पर बॉडी में सोडियम जमा होने लगता है जिससे पैरों में सूजन आ सकती है. इन टॉक्सिन का असर आंखों और चेहरे पर भी दिखता है, लेकिन ज्यादा असर पैरों पर होता है.