भिलाई [न्यूज़ टी 20] जिस तरह फिल्मों में कपड़े किराए पर मिलते है ठीक उसी तरह भारत का एक राज्य ऐसा भी है। जहां कानून के रखवालों को भी भाड़े पर दिया जाता है। यह वाक्या भारत के केरल राज्य का है । इन दिनों एक कानून पर विवाद खड़ा हो गया है।
यह केरल के पुराना नियम है कि कोई भी पुलिसवालों को किराये पर रख सकता है। इसके लिए बस आपको फीस देनी होगी। महज 700 रुपये में आप दिनभर के लिए एक कांस्टेबल को रख सकते हैं। इसी प्रकार एक दारोगा के लिए आपको 2560 रुपये देने होंगे। बता दे कि आप चाहे तो पूरा थाना किराये पर ले सकते है। इसके लिए आपको 33100 रुपये खर्च करने होंगे।
बता दें कि यह नियम पुराना है लेकिन यह मामला उस वक्त सुर्खियों में आया जब केरल के कुन्नूर के के. अंसार ने अपनी बेटी की शादी में वीआईपी सुरक्षा के नाम पर 4 कॉन्स्टेबल किराए पर रख लिए। लेकिन खास बात ये है कि शादी में कोई भी वीआईपी आया ही नहीं था।
तब केरल पुलिस के कई अधिकारी इस नियम का विरोध कर रहे हैं। केरल पुलिस एसोसिएशन ने सोशल मीडिया के जरिए इस घटना पर सार्वजनिक रूप से अपना विरोध जताया है। पुलिस की रेट इस प्रकार तय कि गई है जिस प्रकार होटल में खाना का मेन्यु हो। यह रेर्ट चार्ट अलग अलग कार्यक्रम के अनुसार पैसा देना होता है।
जैसे फिल्म की शूटिंग और विभिन्न समारोहों के लिए पुलिस बुलाने पर रैंक के हिसाब से पैसा देना होता है। सीआई रैंक के अधिकारी के लिए एक दिन में 3795 रुपये और रात के समय में 4750 रुपये देना होता है। एसआई के लिए दिन और रात की दरें 2560 और 4360 हैं।
पुलिस डॉग चाहिए तो 6950 रुपये देने होंगे। जरूरत पड़ने पर पुलिसकर्मियों को वायरलेस सेट भी मुहैया कराया जाता है। इसके लिए अलग से शुल्क 2315 रुपये है। अधिनियम की धारा 62 (2) में कहा गया है कि एक निजी व्यक्ति को पुलिस का उपयोग करने का कोई अधिकार नहीं है।
निजी व्यक्तियों या संस्थानों के लिए सुरक्षा की आवश्यकता होने पर राज्य औद्योगिक सुरक्षा बल की नियुक्ति की जा सकती है। पुलिस अधिकारियों ने इस घटना की शिकायत मुख्यमंत्री और राज्य के पुलिस प्रमुख से की है।