भिलाई [न्यूज़ टी 20] इस सप्ताह के अंत में उदयपुर में पार्टी के चिंतन शिविर के लिए जमीन तैयार करते हुए, कांग्रेस कार्य समिति (CWC) सोमवार शाम को बैठक कर उन 6 पैनलों के प्रस्तावों को अंतिम रूप देगी, जो पिछले महीने देश की राजनीतिक और आर्थिक स्थिति पर विचार-विमर्श के लिए गठित किए गए थे.
इन 6 पैनलों के प्रस्ताव कांग्रेस पार्टी के संकल्पों का एक हिस्सा होंगे, जिसे तीन दिवसीय चिंतन शिविर के दौरान अपनाया जाएगा, जो 13 मई से उदयपुर में शुरू होने वाला है. कांग्रेस की शीर्ष कार्यकारिणी की यह बैठक इसलिए महत्वपूर्ण है.
क्योंकि इसमें किसानों और कृषि क्षेत्र से जुड़े कई मुद्दों के अलावा देश में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यकों की स्थिति, सामाजिक न्याय और युवा जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा होगी.
और चिंतन शिविर के लिए एजेंडा तय होगा. सीडब्ल्यूसी मुद्रास्फीति, देश की आर्थिक स्थिति, उच्च बेरोजगारी दर और वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति जैसे अन्य मुद्दों पर भी विचार-विमर्श करेगी.
सामाजिक और आर्थिक मुद्दों पर होगी चर्चा
कांग्रेस कार्य समिति की बैठक की तैयारियों से जुड़े एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर हिन्दुस्तान टाइम्स से कहा, ‘विचार मंथन सत्र का महत्व बहुत अधिक है. इसका उद्देश्य पार्टी को पुनर्जीवित करना और राजनीतिक लाइन पर चर्चा करना है.
कई सामाजिक और आर्थिक मुद्दे भी बहस के लिए सामने आएंगे. भाजपा को चुनौती देने के लिए ऐसे विचार मंथन की गुंजाइश है.’ कांग्रेस का चिंतन शिविर, जो आखिरी बार 2003 में आयोजित किया गया था,
का आयोजन ऐसे समय में किया जा रहा है जब पार्टी चुनाव जीतने के लिए संघर्ष कर रही है. कांग्रेस राज्यसभा में 29 और लोकसभा में 53 सदस्यों तक सिमट गई है.
2024 की व्यापक रणनीति पर भी विचार-विमर्श
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘ चिंतन शिविर में किसानों (किसानों) और खेतिहर मजदूरों, अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों, ओबीसी, धार्मिक और भाषाई अल्पसंख्यकों, महिला सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण,
युवाओं और उनके कल्याण से संबंधित मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी. इनके अलावा, पार्टी के संगठनात्मक पुनर्गठन और सुदृढ़ीकरण से संबंधित मामलों की जांच की जाएगी. वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की व्यापक रणनीति पर भी विचार-विमर्श होगा.’
6 पैनल्स द्वारा अपने प्रस्ताव प्रस्तुत करने की उम्मीद
सीडब्ल्यूसी की बैठक में जिन 6 पैनल्स द्वारा अपने प्रस्ताव प्रस्तुत करने की उम्मीद है, उनमें राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (राजनीतिक), पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद (सामाजिक न्याय और अधिकारिता),
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम (अर्थव्यवस्था), महासचिव मुकुल वासनिक (संगठन), हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा (किसान और कृषि) और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह वारिंग (युवा और अधिकारिता) शामिल हैं. प्रत्येक पैनल में उपरोक्त नेताओं के नेतृत्व में 9-9 सदस्य शामिल थे.