रायगढ़। गुरुवार को सुबह रायगढ़ कलेक्टर बंगला परिसर के पीछे टायलेट में फांसी लगाने के मामले में पुलिस ने मृतक के चार दोस्तों को गिरफ्तार करते हुए खुलासा किया है कि पैसे की लेन-देन को लेकर मृतक से मारपीट किए थे, जिससे परेशान होकर भाग कर फांसी लगा लिया था।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को सुबह कलेक्टर बंगला में सरगुजा जिला के सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम तरियापारा निवासी आशीष कुमार एक्का पिता लालसाय एक्का ने फांसी लगा लिया था, इस मामले को लेकर उच्चाधिकारियों द्वारा गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू किया गया, जिसमें खुलासा हुआ कि मृतक के गांव के ही चार युवक और हैं जो काम करने के लिए एक साथ बेंगलुरू गए हुए थे, वहां से 8 जून को ट्रेन के जनरल टिकट लेकर स्लीपर कोच में सफर कर रहे थे। इस दौरान टीटीई द्वारा 3600 रुपए की पेनाल्टी किया गया जिसे आशीष एक्का ने चुकाया। इस दौरान रायगढ़ रेलवे स्टेशन उतरने के बाद आशीष कहीं से शराब पीकर आ गया और सभी गांव जाने के लिए बस स्टैंड पहुंचे, इस दौरान उसके दोस्तों ने आशीष से बस का किराया मांगे तो उसने कहा कि ट्रेन का किराया तो मैं ही दिया हूं तो अब बस किराया तुम लोग पटाओ कहते हुए गाली-गलौच करने लगा। जिस पर चारों युवकों ने आशीष को हाथ-मुक्का से मारपीट किए वहीं सीनू अपने पास रखें पेंचकस से तथा मनीष बड़ा लोहे के पट्टी से आशीष को मारा, इस दौरान आशीष बचने के लिए वहां से भागने लगा, जिससे चारों युवक कुछ दूर तक पीछा किए लेकिन आशीष भाग निकला, जिससे चारों बस से चले गए। इस दौरान आशीष भागते हुए आया और कलेक्टर बंगला परिसर में घुस कर फांसी लगा लिया। पुलिस ने बताया कि आत्महत्या के लिए उत्प्रेरित करने के मामले में सीनू कुमार बड़ा पिता नानसाय, मनीष बड़ा पिता धरमदेव बड़ा, भीूबली बड़ा उर्फ जमई पिता मनोज तथा नितेश उर्फ हितेश पिता खुशीराम सभी करियापुर थाना सीतापुर जिला सरगुजा के निवासी है। साथ ही पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से मृतक का कपड़ा, प्लेटफार्म टिकट, पेनाल्टी पर्ची, पेंचकस और लोहे के पट्टी को भी जब्त करते हुए सभी आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
पुलिस ने बताया कि इस मामले को सुलझाने के लिए शहर के करीब 150 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच किया गया, जिसमें मृतक आशीष एक्का की हरकतें असमान्य दिखी। ऐसे में पुलिस ने आशीष से आमना-सामना हुए स्थानीय गवाहों को ढॅूढ कर पूछताछ किया तो पता चला कि आशीष डरा हुआ था और बड़बड़ाते भाग रहा था। ऐसे में कोतवाली पुलिस ने टीम बनाकर मृतक के गांव से चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया।