भोपाल। राजधानी भोपाल में रसोई गैस रीफिलिंग के अवैध कारखाने रहवासी इलाकों में संचालित किए जा रहे हैं। इससे कभी भी बड़ा हादसा होने की आशंका बनी रहती है। ऐसा ही एक कारखाना पिपलानी थाना इलाके में संचालित किया जा रहा था, जिसमें छोटे गैस सिलेंडरों में 100 रुपये प्रति किलो के हिसाब से गैस भरी जा रही थी। इसकी भनक खाद्य विभाग की टीम को तब लगी, जब वह पास ही स्थित एक राशन दुकान का निरीक्षण करने पहुंची थी।यहां भी पात्र हितग्राहियों को सही से राशन नहीं दिया जा रहा था। इससे उक्त दुकान का भी प्रतिवेदन बनाया गया है। दोनों ही मामलों में खाद्य विभाग ने कार्रवाई की है।
पिपलानी के आनंद नगर स्थित मानस विहार की राशन दुकान में पात्र हितग्राहियों को उचित राशन नहीं दिया जा रहा था। बुधवार को शाम सात बजे खाद्य विभाग की टीम राशन दुकान पर औचक निरीक्षण के लिए पहुंची, जहां गड़बड़ी पाए जाने पर कार्रवाई की गई है। इसी दौरान जब टीम दुकान से लौट रही थी तो पास ही स्थित घर में एक व्यक्ति द्वारा वाहन से घरेलू गैस सिलेंडर लेकर आते हुए दिखाई दिया। इससे टीम ने उससे पूछताछ की तो वह संतुष्ट जवाब नहीं दे पाया। इससे खाद्य विभाग की टीम को संदेह हुआ और घर के अंदर जाकर देखा तो वहां पर बड़ी मात्रा में घरेलू और व्यावसायिक गैस सिलेंडर रखे हुए थे। साथ ही छोटे गैस सिलेंडर भी रखे हुए थे। मौके पर एक राजा मेहरा नाम का कर्मचारी बड़े सिलेंडरों से छोटे सिलेंडरों में गैस् रीफिलिंग करते हुए मिला। उससे मौके पर ही पूछताछ की तो उसने बताया कि यहां पर वह मनोज दरयानी के पास काम करता है, जो कि बड़े गैस सिलेंडरों से छोटे गैस सिलेंडर में गैस भरकर बेचता है। इस पर टीम ने मौके पर कार्रवाई करते हुए 25 घरेलू गैस सिलेंडर, चार व्यावसायिक गैस सिलेंडर 10 छोटे गैस सिलेंडर और एक तौल कांटा व नोजल बरामद किए हैं। टीम ने अवैध रूप से गैस रीफिलिंग का कारोबार करने वालों के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कार्रवाई की है।