भिलाई [न्यूज़ टी 20] कुशीनगर में बीते दिन एक मां की अपने मृत बच्चे को कंधे पर ले जाते हुए तस्वीर सामने आई थी. कंधे पर मासूम के शव को ढोने वाली इस तस्वीर ने हर किसी को विचलित कर दिया.
वहीं, अब अस्पताल की लापरवाही पर जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है. प्रशासन ने प्रभारी अधीक्षक को पद से हटा दिया है. मामले में प्रभारी अधीक्षक समेत कुल 15 लोगों पर कार्रवाई हुई है.
क्या है पूरा मामला?
मामला कुशीनगर के तमकुहीराज स्वास्थ्य केंद्र का है. दरअसल, तमकुहीराज में रहने वाले वहाब अंसारी का 5 वर्षीय पुत्र खेलते-खेलते अचानक बिजली की चपेट में आ गया था. जिसके बाद मां अपने बच्चे का इलाज करवाने सीएचसी पहुंची. यहां समय से इलाज न मिलने पर चिकित्सक ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया.
मौत की पुष्टि के बाद बेबस मां को बेटे का शव ले जाने के लिए एम्बुलेंस नहीं मिल सकी. इस पर मजबूर मां कंधे पर ही अपने जिगर के टुकड़े के शव को लेकर घर वापस जाने को मजबूर हो गई. जबकि यह तस्वीर मीडिया के जरिए सामने आई, तो प्रशासन में हड़कंप मच गया. जिसके बाद आनन-फानन में प्रशासनिक अमला सीएचसी पहुंचा.
सीएचसी प्रभारी और प्रभारी अधीक्षक समेत 15 पर गिरी गाज
डीएम एस. राजलिंगम और सीएमओ जांच के लिए स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. मामले में कार्रवाई करते हुए प्रभारी अधीक्षक को पद से हटा दिया गया. इसके साथ ही सीएचसी प्रभारी का वेतन काटने समेत चार स्वास्थ्यकर्मियों को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा है. जबकि जांच के दौरान अनुपस्थित पाये गए 10 स्वास्थ्यकर्मियों का भी वेतन काटने का आदेश दिया है.
विपक्षी दलों ने बीजेपी सरकार को घेरा
वहीं, मामले ने तूल पकड़ा तो समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर प्रदेश सरकार को घेरा. वहीं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी पीड़ित की मां का हाल जानने पहुंचे. अजय लल्लू ने घटना की जांच की मांग की है. साथ ही प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने सरकार से सफाई देने की मांग की है.