अंबिकापुर. छत्तीसगढ़ का एक बेहद मार्मिक वीडियो इन दिनों वायरल हो रहा है. इसमें देखा जा सकता है कि एक पिता अपनी बेटी के शव को कंधे पर लादकर पैदल चल रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि समय पर एम्बुलेंस न मिलने के चलते पिता को अपने कंधे पर ही डेड बॉडी लेकर घर जाना पड़ा. अस्पताल से घर तक की दूरी करीब 10 किलोमीटर थी. वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
वीडियो वायरल होने के बाद शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने जिले के मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी से कार्रवाई करने के लिए कहा है. सिंहदेव ने अंबिकापुर में कहा, ‘मैंने वीडियो को देखा है. ये विचलित करने वाला है. एक व्यक्ति बच्ची के शव को कंधे पर ले जा रहा है. इस मामले का संज्ञान लिया गया है और सीएमएचओ को इसकी जांच करने का निर्देश दिया गया है.’
‘आगे ऐसी घटना न हो’
सिंहदेव के मुताबिकअधिकारियों ने बताया है कि एम्बुलेंस वहां पहुंच गया था, लेकिन उससे पहले ही परिजन शव लेकर अस्पताल से निकल चुके थे. सिंहदेव ने कहा, ‘ड्यूटी पर मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों को परिवार को गाड़ी का इंतजार करने के लिए समझाना चाहिए था. उन्हें ये सुनिश्चित करना चाहिए था कि ऐसी घटना न हो.’
क्या है पूरा मामला?
सरगुजा के अधिकारियों ने बताया कि ये मामला जिले के लखनपुर गांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है. अधिकारियों के मुताबिक शुक्रवार सुबह सात साल की बच्ची की मौत हो गई, जिसके बाद उसके पिता एम्बुलेंस पहुंचने से पहले ही बेटी के शव को कंधे पर लादकर घर चले गए. जिले के अमदला गांव के रहने वाले ईश्वर दास अपनी बीमार बेटी सुरेखा को इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे थे.
बच्ची को पिछले कुछ दिनों से बुखार था
स्वास्थ्य केंद्र के ग्रामीण चिकित्सा सहायक डॉ. विनोद भार्गव ने बताया कि ईश्वर दास जब बच्ची को लेकर अस्पताल आए थे, तब उसका ऑक्सीजन का लेवल 60 के करीब था. भार्गव के अनुसार, ईश्वर दास ने बताया कि बच्ची को पिछले कुछ दिनों से बुखार था और अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू कर लिया, लेकिन वे उसे बचा नहीं सके.
शव को कंधे पर लादकर ले गए
भार्गव ने बताया कि इलाज के दौरान बच्ची की हालत बिगड़ती गई और करीब 7.30 बजे उसने दम तोड़ दिया. उन्होंने बताया कि बच्ची के परिजनों से कहा गया था कि शव वाहन को बुलाया गया है, लेकिन जब वाहन सुबह 9.30 बजे अस्पताल पहुंचा, तब तक पिता अपनी बेटी के शव को लेकर वहां से चला गया था.