बेकार प्लास्टिक से सीमेंट व बचे अपशिष्ट कचरे से बन रहा लाखो का खाद
महापौर नीरज पाल व आयुक्त प्रकाश सर्वे ने नागरिकों से शहर साफ रखने की अपील
भिलाई नगर [न्यूज़ टी 20] / ई रिक्शा व अन्य वाहनों से डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन से शहर स्वच्छ व सुंदरता की ओर बढ़ रहा है। साथ ही प्रत्येक मोहल्लों से कचरों को एसएलआरएम सेंटरों में ले जाकर निष्पादन किया जा रहा है। इससे निगम की आय बढ़ाने में ये सहायक भी बने हुए हैं।
निगम प्रशासन इन दिनों वार्डों में साफ-सफाई को लेकर ज्यादा सतर्क है। महापौर नीरज पाल ने भी सफाई व्यवस्था को लेकर निगम के स्वास्थ्य विभाग को मुस्तैद रहने कहा है। उनके निर्देश के बाद आयुक्त प्रकाश सर्वें ने नियमित रूप से डोर-टू-डोर कलेक्शन कराने स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा व सफाई निरीक्षकों को निर्देश दिए हैं।
आए दिन आयुक्त स्वयं सुबह-सुबह वार्डों में जाकर सफाई व्यवस्था का जायजा भी ले रहे हैं। जोन के सफाई निरीक्षकों की देखरेख में घरों से निकले कचरों का घर-घर जाकर उठाव कर रहे हैं। सफाई कर्मी ई रिक्शा व तिपहिया आदि वाहनों से कचरा कलेक्शन कर रहे हैं।
उसके बाद एसएलआरएम सेंटरों तक परिवहन किया जा रहा है। इन सेंटरों में गीला व सूखा कचरों को अलग किया जा रहा है। एसएलआरएम जोन 1 के रैशने आवास नेहरू नगर, नेहरू नगर पूर्व व कृष्णा नगर, जोन 2 में एसीसी जामुल के पास बोगदा पुलिया, जोन 3 में केम्प 2 बैकुंठधाम व जोन 4 के आईटीआई ग्राउंड में प्रतिदिन लगभग 150 टन कचरा पहुंच रहा है।
इन प्रत्येक एसएलआरएम सेंटर में 15-17 ई-रिक्शा, 25-26 तिपहिया वाहनों, 4-5 ऑटो, 1-1 ट्रेक्टर से कचरा का संग्रहण हो रहा है। इस प्रकार प्रत्येक एसएलआरएम सेंटर में प्रतिदिन लगभग 25-25 टन कचरा का संग्रहण किया रहा है।
प्रत्येक एसएलआरएम में 14-15 टन गीला और शेष सूखा कचरा का कलेक्शन किया जा रहा है। यहां प्लास्टिक को पृथक कर बंडल बनाया जा रहा है। उसके बाद इन प्लास्टिक के बंडलों को सीमेंट बनाने वाली कंपनियों को भेजा जा रहा है।
वहीं शेष कचरों से खाद बनाया जा रहा है। एसएलआरएम सेंटरों में बनाए गए खाद को विक्रय किया जा रहा है। प्रत्येक एसएलआरएम के खाद का विक्रय कर प्रतिमाह डेढ़ लाख तक आय लाभार्जित की जा रही है।
महापौर नीरज पाल ने ई रिक्शा से डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन कर वार्डों को साफ-सुथरा रखवाने सफाई निरीक्षकों को सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी जोन के वार्डवासियों से अपील की है कि अपने घरों से निकलने वाले गीला व सूखा कचरों को डोर टू डोर कचरा कलेक्शन वाले वाहन में ही डाले ।
और सूखा व गीला कचरा अलग अलग देवे। कचरों को आसपास व चौक-चौराहों पर न बिखेरे। शहर को स्वच्छ व सुंदर रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।