भिलाई [न्यूज़ टी 20] रायपुर / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों से 11 से 17 अगस्त के मध्य मनाए जाने वाले स्वतंत्रता सप्ताह के दौरान अपने घरों, संस्थानों, दुकानों में राष्ट्रीय ध्वज फहराकर हमर तिरंगा अभियान को सफल बनाने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता सप्ताह के तैयार विशेष डीपी फ्रेम का इस्तेमाल अपनी डीपी में करने की अपील भी की है।
प्रोफाईल फोटो बनाने के लिए http://twb.nz/hamar-tiranga पर क्लिक किया जा सकता है। आजादी के अमृत वर्ष को यादगार बनाने के लिए हर घर झंडा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर हर घर झंडा कार्यक्रम अंतर्गत छत्तीसगढ़ के स्व-सहायता समूह की दीदीयों द्वारा तैयार किया गया तिरंगा झंडा फहराया जाएगा।
इस अभियान को सफल बनाने के लिए छत्तीसगढ़ के सभी जिलों की महिला स्वसहायता समूह की दीदीयां मन में देश भक्ति की भावना के साथ तिरंगा झंडा तैयार कर रही है साथ ही स्वयं को आर्थिक रूप से सशक्त कर रही है।
दंतेवाड़ा जिले की पार्वती स्व-सहायता समूह की दीदियों द्वारा तिरंगा झंडा बनाया जा रहा है। ये दीदीया झंडे बनाने के काम को महज काम नहीं बल्कि देश सेवा के रूप में देख रही हैं।
महासमुन्द जिले के कोमाखान की महिला स्व सहायता समूह की श्रीमती यामिनी साहू ने बताया कि उन्हें अभी हाल में ही डेढ़ हजार झण्डे बनाने का ऑर्डर मिला है, इसके उपरांत और ऑर्डर मिलने वाला हैं।
उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि उनके समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए झण्डे जिले के घरों और सरकारी कार्यालयों में फहरेंगे। ये उनके लिए गौरव की बात है। झंडे बनाने का यह कार्य जहां एक तरफ राष्ट्रभक्ति की भावना को जागृत कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर महिलाओं को रोजगार भी दे रहा है।
जिसमें राष्ट्रीय ध्वज तैयार करने की जिम्मेदारी महिला स्व-सहायता समूहों को दी गई है। रायपुर जिले में सेरीखेड़ी के उजाला ग्राम संगठन से जुड़े महिला समूहों की दीदियां झण्डों की सिलाई का काम कर रही है। जल्द ही यह झण्डे अपने घरों में फहराने के लिए लोगों को उपलब्ध होंगे।
जिला प्रशासन की मदद से तिरंगा झंडा बनाने का काम उजाला ग्राम संगठन की तीस महिलाओं ने शुरू किया है। 8 अगस्त तक महिलाओं ने लगभग 60 हज़ार झंडे बनाने का लक्ष्य रखा है। इन झंडो को बनाने के लिए माप आदि की तकनीकी जानकारी और मार्गदर्शन जिला पंचायत के आजीविका मिशन से जुड़े अधिकारियों ने दिया है।
स्व सहायता समूह की महिलाएँ खादी और पॉलिस्टर कपड़े के दो प्रकार के तिरंगा झण्डा बना रही है। आजीविका मिशन से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि तिरंगा झंडा बनाने के लिये खादी के कपड़े स्थानीय स्तर पर खादी ग्रामोउद्योग बोर्ड से खरीदे गए है और पॉलिस्टर का कपड़ा दूसरे कपड़ा मिलों से मंगाया गया है।
झण्डे 20 इंच ऊँचाई और 30 इंच चौड़ाई की निर्धारित माप में बनाये जाएंगे। महिला समूहों की सदस्यों द्वारा बनाये गए इन झंडों को किफायती दरों पर सी मार्ट के साथ गाँव-गाँव की उचित मूल्य की राशन दुकानों पर बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।
नगरीय निकायों और शासकीय कार्यालयों में भी स्टॉल लगाकर शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों सहित आम जनों को झण्डे उपलब्ध कराए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने के अवसर पर देश भर में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इस महोत्सव के तहत 11 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान चलेगा।
अभियान के दौरान देश के नागरिक अपने-अपने घरों में तिरंगा झण्डा फहराकर आजादी का जश्न मनाएंगे। अपने घरों में बच्चों और नई पीढ़ी के लोगों को कई बलिदानों के बाद मिली आजादी का महत्व बताया जाएगा और राष्ट्रध्वज के गौरव, मान-सम्मान की रक्षा के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने की राष्ट्र भक्ति की भावना जगाई जाएगी।