भिलाई [न्यूज़ टी 20] भिलाई इस्पात संयंत्र के जन स्वास्थ्य विभाग एवं जिला मलेरिया विभाग के अधिकारियों द्वारा टाउनशिप में माह भर से चलाए जा रहे डेंगू सर्वेक्षण अभियान का संयुक्त रुप से निरीक्षण किया गया । उल्लेखनीय है कि बारिश के मौसम में संभावित डेंगू बीमारी से भिलाई टाउनशिप को सुरक्षित रखने जिला मलेरिया विभाग दुर्ग के सहयोग से संपूर्ण टाउनशिप में डेंगू लार्वा सर्वेक्षण का विगत एक माह से वृहद अभियान चलाया जा रहा है।
इस सर्वेक्षण दल में राज्य शासन के मलेरिया विभाग द्वारा भुगतान के आधार पर प्रदत्त व उनके द्वारा प्रशिक्षित 8 टीम के 48 सदस्यों द्वारा भिलाई टाउनशिप के प्रत्येक आवास, दुकानों एवं अन्य भवनों में जाकर मच्छरों के संभावित प्रजनन स्थल जैसे कूलर, पानी की टंकियां, पुराने टायर, गमले, फ्लावर पाट आदि,
की सूक्ष्मता से जाँच की गई। जांच में लार्वा मिलने पर लार्वा विनिष्टीकरण हेतु लार्वानाशी (टेमीफोस) एवं जला हुआ तेल डालने के साथ ही रहवासियों को इस समय में बरते जाने वाली सावधानियों एवं मच्छर नियंत्रण के उपायों के बारे में समझाईश दी गई। इसके साथ जानकारी युक्त पम्पलेट एवं कूलर व जल जमाव के स्थान पर डालने के लिए नि:शुल्क लार्वानाशी का वितरण कर जागरूक करने प्रयास किया जा रहा है |
जन जागरूकता व जन भागीदारी से ही इस ख़तरे को टाला जा सकता है ।इस निरीक्षण कार्यक्रम के उपरांत में जिला मलेरिया अधिकारी एवं जिला नोडल अधिकारी आई.डी.एस.पी. डॉ सी.बी.एस.बंजारा द्वारा जन स्वास्थ्य विभाग सेक्टर -8 कार्यालय में बैठक लेकर सर्वेक्षण अभियान को और प्रभावी बनाने
तथा डेंगू व अन्य जलजनित रोगों पर नियंत्रण हेतु किये जा सकने वाले उपायों पर चर्चा जिसमें आगामी कार्यवाही की रुपरेखा तथा मच्छरों की संख्या पर नियंत्रण के लिए ऑयलिंग व किटनाशक के छिड़काव सहित फागिंग आपरेशन चलाए जाने पर विचार विमर्श किया गया व कार्य योजना बनाई गई |
बैठक में जन स्वास्थ विभाग के सहायक महाप्रबंधक सुनील चौरसिया, वरिष्ठ प्रबंधक आर के गुप्ता, ए के बंजारा, विश्वनाथ देवांगन सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित थे । सुनील चौरसिया ने बताया कि विगत एक माह में लगभग 14 हजार घरों व लगभग 16 हजार कूलरों का सर्वे व निरीक्षण किया गया व कूलर
तथा रुके हुए पानी मे टेमीफोस किटनाशक का घोल डाले गए और वहीं वितरित भी किये गए । जिस कूलर में लार्वा मीला उसे खाली भी कराया गया । बैठक में डॉ सी.बी.एस.बंजारा ने प्रत्येक रविवार को डेंगू रविवार के रूप सभी पानी की टंकियों, कूलर,
जल जमाव के स्थान को खाली करने तथा अपने आसपास नियमित साफ सफाई रखने का आह्वान किया, साथ ही बारिश के मौसम में दूषित जल से संभावित बिमारियों जैसे पीलिया, डायरिया तथा उल्टी-दस्त से सुरक्षित रहने साफ़ एवं सुरक्षित पेयजल के उपयोग की अपील की है।