भिलाई [न्यूज़ टी 20] बदायूं के फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र में शनिवार दोपहर बोरे में बंद मिली लाश की देर रात शिनाख्त हो गई। शव बिसौली में रहने वाले इशरत नाम के युवक का था। परिजन 20 अप्रैल से उसके लापता होने की बात कह रहे हैं। वहीं अब पुलिस ने विभिन्न पहलुओं पर जांच शुरू कर दी है। आज शव का पोस्टमार्टम भी कराया जाएगा।
बिसौली के वार्ड संख्या 22 में रहने वाला इशरत (30) 20 अप्रैल से लापता था। जबकि उसका शव शनिवार को फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र में सेंडोला गांव के पास हाइवे पर पड़ा मिला।
किसी ने उसकी बेरहमी से हत्या के बाद लाश बोरी में बंद करके फेंकी थी। इतना ही नहीं शव की शिनाख्त मिटाने की भी हर संभव कोशिश की गई थी। हाथ पर नाम गुदा हुआ था लेकिन वो हिस्सा भी कातिलों ने जला डाला।
कई घंटे टेंशन में रही पुलिस
शव मिलने के बाद पुलिस कई घंटे तक टेंशन में रही। क्योंकि हालात गवाही दे रहे थे कि हत्या करके लाश फेंकी गई है लेकिन उसकी शिनाख्त न होने के कारण पुलिस को केस की दिशा नहीं मिल पा रही थी।
केवल सोशल मीडिया के सहारे शव की तस्वीरें वायरल करके पुलिस उसके परिजनों तक पहुंचने की जद्दोजहद में जुटी थी।
ऐसे हुई शिनाख्त
परिजन शाम के वक्त बिसौली कोतवाली पहुंचे और बताया कि इशरत 20 अप्रैल से लापता है। वह मजदूरी करता था। पुलिस ने हुलिया पूछा तो परिवार वालों का बताया गया हुलिया फैजगंज में मिली लाश से मेल खा रहा था।
नतीजतन लाश की तस्वीरें दिखाई गईं तो परिजन ने उसकी शिनाख्त कर ली। हालांकि परिवार वाले यह नहीं बता सके कि आखिरकार तीन दिन से उन्होंने सूचना क्यों नहीं दी। परिजनों ने किसी से रंजिश की बात से भी इंकार किया है।
अपनों से जुड़ रहे तार
इस पूरे हत्याकांड के तार इशरत के कुछ अपनों से जुड़ते दिख रहे हैं। वजह है कि कुछ तथ्यों पर जांच की गई तो उसके कुछ करीबी व अपने कुछ भी कहने से बचते दिखे।
ऐसे में पुलिस फिलहाल यह पता लगाने में जुटी है कि कातिल का आखिरकार मकसद क्या था। इसके बाद पुलिस इस प्रकरण का खुलासा करेगी।
एसपी देहात सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि फिलहाल मामले में कई पहलुओं पर जांच चल रही है। शव की शिनाख्त हो चुकी है और जल्द खुलासा किया जाएगा। इशरत पुत्र शब्बीर निवासी 20 से गायब है। 22 वार्ड का है। मजदूरी करता है