❤️? भूपेश-सरकार ने विधानसभा में ध्वनिमत से जीता”विश्वास”…..

Bhilai / Raipur [ NewsT20 ] | हमर छत्तीसगढ़ की राज्य विधानसभा में मानसून सत्र का आखिरी दिन-रात भूपेश-सरकार के लिए विश्वास की मनोहारी फुहारें लेकर आया।गौरतलब है कि प्रतिपक्ष नेता धरमलाल कौशिक ने भूपेश-सरकार के खिलाफ “अविश्वास” प्रस्ताव सदन में पेश किया।स्पीकर डॉ चरणदास महंत ने चर्चा की अनुमति दी,तब राजधानी के लोकप्रिय भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल नेअपनी बात सरकार पर हमले के साथ शुरुआत की।मानसून-सत्र दिन से शुरू होकर रात डेढ़ बजे तक चला। अंत में ध्वनि मत से अविश्वास प्रस्ताव गिरा और भूपेश-सरकार ने “विश्वास” जीत लिया। विधानसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव उसका परिणाम जानते हुए भी सरकार के ताबूत पर आखिरी कील के रूप में रखा था।

जबकि भूपेश-सरकार ने प्रदेश के गांव,किसान,मजदूर,गरीब की खुशहाली को अपनी ताकत मानकर विश्वास अर्जित कर लिया।विपक्ष के करारे हमलों के जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा-हमने छत्तीसगढियों का मान-सम्मान बढाया है। सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए प्रतिपक्ष को आड़े हाथ भी लिया।उन्होंने कहा कि विकास,विश्वास के साथ सुरक्षा हमारी सरकार का मूल मंत्र है। भूपेश बघेल ने कहा कि बस्तर से लेकर सरगुजा तक 27 ज़िलों का दौरा किया,तब वहां से दो ही मांगे सामने आई। एक-स्वामी आत्मानन्द स्कूल और दूसरी मांग-बैंक। उन्होनें बताया कि बैंक इसलिए कि लोगों के पास धान खरीदी,वनोपज संग्रहण और अन्य योजनाओं का पैसा आता है।हमारी सरकार ने ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ की मंशा के साथ काम शुरू किया और छत्तीसगढ़ियों का मान बढ़ाया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि गोधन न्याय योजना से गांवों में खुशहाली आई है, गोधन न्याय योजना के लाभ व विशेषताओं ने पूरे देश का ध्यान छत्तीसगढ़ की ओर आकर्षित किया है। संसदीय कार्य मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि हमने जो वायदे किए थे, उस पर हमारी सरकार खरी उतरी है। उन्होंने यह भी कहा कि अभी कांग्रेस के 71 विधायक हैं और अगली बार 75 प्लस विधायकों के साथ सरकार बनाएंगे।इस चर्चा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, संसदीय कार्य मंत्री रविन्द्र चौबे,नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, बृजमोहन अग्रवाल,अजय चंद्राकर ने भी हिस्सा लिया।

❤️?माननीयों का वेतन खूब बढ़ा,सर्वाधिक वेतन देने वाला 5 वां राज्य बना छत्तीसगढ़….

हमर छत्तीसगढ़ की माननीय विधानसभा में वेतन संशोधन विधेयक पारित हो गया और अब प्रति माह विधानसभा अध्यक्ष-उपाध्यक्ष, मुख्यमंत्री,नेता प्रतिपक्ष,मंत्रियों व संसदीय सचिवों तथा विधायकों के वेतन में बढोत्तरी हो गई।इन सभी के वेतन बढ़ाने संबन्धी 4 अलग-अलग विधेयक सर्वसम्मति से पारित हो गए।वेतन बढोत्तरी पर सत्ता व विपक्ष की सहमति रही।गौरतलब है कि भूपेश-सरकार की कैबिनेट की बैठक में बीते 14 जुलाई को वेतन बढ़ाने का फैसला लिया गया था।इस वेतन बढोत्तरी से राज्य को 6.81 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार पड़ेगा।वेतन बढोत्तरी से अब अध्यक्ष को 1.95 लाख,उपाध्यक्ष को 1.80 लाख,मुख्यमंत्री को 2.05 लाख,नेता प्रतिपक्ष को 1.90 लाख,मंत्रियों को 1.90 लाख,संसदीय सचिवों को 1.75 लाख जबकि विधायकों को अब 1.15 से बढ़कर 1.60 लाख रुपए प्रतिमाह हो जाएगा।

❤️?महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ नायक ने मुख्यमंत्री को सौंपा दो साल का रिकार्ड कार्ड…..

हमर छत्तीसगढ़ में राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा डॉ किरणमयी नायक ने आयोग में अपने पहले दो वर्षीय कार्यकाल की उपलब्धियों का रिकार्ड कार्ड मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सौंपा।मुख्यमंत्री ने डॉ नायक की सक्रियता की सराहना करते हुए उनके भविष्य के लिए आशीर्वाद दिए।महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक ने बताया कि आयोग राज्य की विकासवादी सोच के अनुरूप लगातार काम कर रही है।मुख्यमंत्री के आदेश पर उन्हें दो साल पहले अगस्त में आयोग में अध्यक्ष के पद पर नियुक्ति पर काम करने का अवसर मिला था।इन दो सालों में आयोग ने 2,737 प्रकरणों की जन-सुनवाई की।जिसमें 846 मामलों को नस्तीबद्ध किया जा चुका है।गौरतलब है कि राज्य महिला आयोग ने लगभग 6 हज़ार से अधिक महिलाओं को न्याय दिलाने में सक्रिय भूमिका निभाई है।साथ ही आयोग द्वारा पीड़ित महिलाओं को टेलीफोनिक माध्यम से राहत पहुंचाई गई है।आयोग द्वारा विभिन्न जिलों में महिलाओं की मानव तस्करी की रोकथाम तथा पीड़ित महिलाओं के पुनर्वास विषयक कार्यशाला का भी आयोजन किया जा रहा है।डॉ नायक ने बताया कि महिलाओं के विधिक संरक्षण एवं जागरुकता बढ़ाने के लिए “मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ”यात्रा सभी जिलों की परिक्रमा करेगी।इसकी शुरुआत हरेली के दिन से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने निवास कार्यालय से हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।

❤️?सिपाही नीलांबर सिन्हा ने रोड पर मिले 45 लाख कैश थाने में जमाकर “पुलिस” को स्थापित किया…..

हमर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के ट्रैफिक सिपाही नीलांबर सिन्हा ने रोड पर लावारिश पड़े मिले 45 लाख रुपए कैश से भरे बैग को आला अफसरों की जानकारी में लाकर थाना में जमा कराकर हर राजधानीवासी का दिल जीत लिया है।नीलांबर सिन्हा की उम्दा ईमानदारी की इस घटना ने पुलिस के प्रति स्थापित प्रतिकूल अवधारणा को बदलकर पुलिस के लिए ‘मील का पत्थर’ का नया आदर्श स्थापित कर दिखाया है।बताया जा रहा है कि ट्रैफिक सिपाही नीलांबर सिन्हा(क्रमांक1602) आज सुबह 8.30 बजे एयरपोर्ट से ड्यूटी कर लौट रहे थे।तब माना रोड पर रॉय पब्लिक स्कूल के पास एक सफेद रंग का बैग पड़ा देखा और पास जाकर उसे खोलकर देखा,तो उसमें 2000 और 500 रुपए के नोट के बंडल दिखे।

सिपाही ने बिना देर किए बड़े अफसरों को जानकारी दी और जाकर सिविल लाइंस थाने में 45 लाख कैश का बैग जमा कराया और मिसाल कायम कर दिखाया।एडिशनल एसपी सुखनन्दन राठौर ने पत्रकारों को उक्ताशय की जानकारी देते हुए बताया कि धारा 102 के तहत मामला दर्ज कर कैश के असली मालिक के बारे में पतासाज़ी की जा रही है।सिपाही ने यह भी बताया कि जब उसने लावारिस बैग को देखा, तब एक वैन चालक ने बैग को खोलकर देख रहा था,वे डिवाइडर से टर्न लेकर वहां पँहुचे,मुझे आता देख वैन चालक वहां से भाग निकला और शायद नोट का एक बंडल भी लेकर भागा।पुलिस को सीसीटीवी कैमरा से वैन का नम्बर मिल गया है,पतासाजी की जा रही है।आईजी व एसएसपी द्वारा सिपाही नीलांबर सिन्हा की बड़ी सराहना करते हुए उचित इनाम देने की घोषणा की है।गौरतलब है कि कैश-बैग जे गुम होने की शिकायत नहीं मिली है।अंदाज़ लगाया जा रहा है कि कहीं ये हवाला रकम या ब्लैक मनी तो नहीं है।पुलिस कह रही है कि जल्द जी कैश मालिक के बारे में पता चल जाएगा।

❤️?दिव्यांग बच्च्चों के बीच जन्मदिन मनाया खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन ने……

हमर छत्तीसगढ़ में खनिज विकास निगम के चेयरमैन व वरिष्ठ कांग्रेस नेता गिरीश देवांगन ने अपना जन्मदिन जिस तरह से मनाया,उससे समाज के बीच सकारात्मक संदेश गया है।गिरीश देवांगन ने अपना जन्मदिन राजेन्द्र नगर(बजाज कालोनी)स्थित अर्पण दिव्यांग पब्लिक स्कूल में दिव्यांग बच्चों के संग मनाया ,और दिव्यांग बच्च्चों से ही केक कटवाया।इस मौके पर गिरीश देवांगन ने कहा कि दिव्यांग बच्चों के बीच अपना जन्मदिन मनाकर मैं स्वयं को गौरवान्वित महसूस का रहा हूँ।गिरीश देवांगन ने प्यारे दिव्यांग बच्च्चों को स्कूल यूनिफॉर्म का वितरण कर मिठाई बांटी व खुद भी मीठा खाया और दिव्यांग बच्चों के साथ समय भी बिताया। गौरतलब है कि अर्पण दिव्यांग पब्लिक स्कूल का संचालन अर्पण कल्याण समिति द्वारा संचालित किया जा रहा है। इन बच्चों को निःशुल्क शिक्षा, हॉस्टल व भोजन की व्यवस्था जी जा रही है।गिरीश देवांगन ने आश्वस्त किया कि दिव्यांग बच्चों की जरूरतों के लिए हर संभव सहायता दी जावेगी।

शहर ज़िला कांग्रेस के अध्यक्ष गिरीश दुबे ने कहा कि अर्पण कल्याण समिति अनुकरणीय कार्य कर रही है।योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा ने कहा कि स्कूल के माध्यम से सेवा का जो कार्य किया जा रहा है,उससे समाज को नई दिशा मिलेगी। यहाँ योग की शिक्षा भी दी जानी चाहिए। नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे ने कहा कि इन दिव्यांग बच्चों को विशेषज्ञ चिकित्सकों से जांच करवाकर उपचार भी कराया जाएगा। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष प्रकाश शर्मा,धनंजय त्रिपाठी,वीरेंद्र शर्मा,मृत्युंजय शुक्ला,डॉ राकेश पांडे,स्कूल के प्राचार्य आर के शर्मा सहित स्कूल स्टाफ,कर्मचारी व दिव्यांग बच्चों के माता-पिता भी उपस्थित रहे। दिव्यांग बच्चों के बाद गिरीश देवांगन का जन्मदिन प्रदेश धोबी समाज ने भी छत्तीसगढ़िया केक कटवाकर मनाया।इस मौके पर धोबी समाज के अध्यक्ष सूरज निर्मलकर,आलोक चंद्राकर,डॉ दयालु निर्मलकर,दीपक निर्मलकर,मनसाराम निर्मलकर,शेखर निर्मलकर,धनेश कृष्ण निर्मलकर व पंचायतों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी रही।

❤️?छत्तीसगढ़ का अपना खेल बन उभरता “गेड़ी बॉल खेल”,मुख्यमंत्री ने गेड़ी चढ़ बॉल को लगाई Kick…..

हमर छत्तीसगढ़ में ग्रामीण अंचल में यूं तो कई खेल हैं लेकिन गेड़ी का खेल पारंपरिक रूप से प्रचलित है,अब उस गेड़ी के साथ फुटबॉल का बॉल जुड़कर हमर छत्तीसगढ़ में एक नए खेल का जन्म हो गया है। इस नए खेल के जनक भिलाई में एथलीट के प्रसिद्ध नेशनल कोच व मास्टर्स एथलेटिक एसोसीएशन के अध्यक्ष मोहम्मद ताजुद्दीन हैं, जिन्होंने नए खेल “गेड़ी बॉल” की बहुमुखी संरचना की है । ताजुद्दीन जी ने ‘हमर छत्तीसगढ़’ से बात करते हुए बताया कि पूरे विश्व में ‘फुटबॉल’ का खेल सर्वाधिक पापुलर है, ठीक उसके समानांतर ही छत्तीसगढ़ में ‘गेड़ी खेल’ भी सर्वाधिक पारंपरिक व प्रचलित है। मैंने सोचा क्यों न दो पापुलर खेलों को मिलाकर छत्तीसगढ़ के लिए एक नए गेड़ी बॉल को ‘सुपर पॉपुलर प्लस’ खेल बनाया जाए और हो गया गेड़ी बॉल का जन्म। भिलाई के समीप उतई ब्लॉक से लगा गांव है पुरई, जहां के बच्चे बड़े ही प्रतिभाशाली हैं। गौरतलब है इस पुरई गांव के अधिकांश बच्चे नेशनल खिलाड़ी हैं और इस गेड़ी बॉल की टीम भी पुरई के युवाओं से बनी है। गेड़ी बॉल के जन्म के बाद एक यादगार घटना जुड़ गई है। हरेली तिहार के दिन गांव करसा (पाटन ब्लॉक, ज़िला दुर्ग)में छत्तीसगढ़ के जनप्रिय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की आत्मीय उपस्थिति में पहला सार्वजनिक प्रदर्शन मैच News 24 के प्रायोजन में खेला गया। खास बात यह रही कि मुख्यमंत्री जो छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को बेहद पसंद करते हैं। भूपेश बघेल ने स्वयं गेड़ी चढ़कर गेड़ी से बॉल को किक लगाकर नए गेड़ी बॉल खेल का अद्भुत उदघाट्न किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में गेड़ी बॉल को छत्तीसगढ़ी खेल के नाम से सभी जगह खेला जाए, ऐसी मेरी कामना है।

      गेड़ी बॉल के जनक श्री ताजुद्दीन ने कहा कि दो साल से अथक प्रयासों के बाद गेड़ी बॉल ग्रामीण खेल बनकर उभरा है।इस गेड़ी बॉल को हमर छत्तीसगढ़ का अपना स्वयं का खेल बनने के बाद यह छत्तीसगढ़ खेल निर्माण की सूची में आ गया है। गेड़ी बॉल से पहले जितने भी खेल छत्तीसगढ़ में खेले जाते हैं,वे सब खेल किसी न किसी दूसरे राज्य में खेले जाते हैं या फिर विदेश के खेल हैं।अब छत्तीसगढ़ का बना अपना नया खेल गेड़ी बॉल, भी सम्पूर्ण रूप से रोमांच से परिपूर्ण है, जिसमें बैलेंस,एक्यूरेशी और तकनीक के साथ स्फूर्ति का समावेश है।गेड़ी बॉल खेल के नियम,मैदान के मानक,ख़िलाडियों की संख्या आदि की जानकारी को एक ब्रॉशर में केंद्रित किया गया है। श्री ताजुद्दीन के आशा ज़ाहिर की है बहुत कम समय मे हमारे छत्तीसगढ़ के गेड़ी बॉल को राज्य व देश के खेलों में स्थान मिलेगा।

❤️? देश के मशहूर शायर व कवि गुलज़ार ने फरमाया है, “दिल वहीं लौटना चाहता है,जहां दुबारा जाना मुमकिन नहीं”,,,बचपन, मासूमियत, पुराना घर, पुराने दोस्त, क्योंकि उम्र चाहे जितनी भी हो सुना है,दिल पर झुर्रियां नहीं पड़तीं”…..//❤️?

Share on

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *