??भिलाई इस्पात संयंत्र के इतिहास में वो 6जून 1955 का सुनहरा अध्याय,,,,,,,,
‘हमर छत्तीसगढ़’ की माटी की आज विश्व व हमारे देश में आधुनिक पहचान बनी हुई है।वह सबसे बड़े भिलाई इस्पात संयंत्र और सर्वश्रेष्ठ इस्पात नगरी भिलाई सिटी के गौरव की बदौलत है।आज की पीढ़ी भले ही इस सुनहरे अध्याय से अनभिज्ञ हों,लेकिन बीते 06 जून 1955 को विश्व के मानचित्र में गौरव दर्ज़ कराने की इबारत भारतीय व तत्कालीन सोवियत संघ की उन 11 सदस्यीय पायोनियर टीम ने लिखी थी,जो इस दिन नागपुर से दुर्ग पहुंची थी और दुर्ग के झोपड़ीनुमा दो कमरों के आलीशान सर्किट हाऊस के बाहर तंबुओं में ठहरे थी।इसी पायोनियर या कहें अग्रगामी टीम ने कड़ी लगन व तपस्या कर एशिया के सबसे बड़े भिलाई इस्पात संयंत्र व कोसा,आमदी व सुपेला के गांवों को मिलाकर सुंदर सुव्यवस्थित भिलाई सिटी का अस्तित्व धरातल पर स्थापित किया था।जैसे-जैसे भिलाई इस्पात संयंत्र आधुनिकतम टेक्नोलॉजी को अपनाता गया और उधर, सोवियत संघ का विघटन होता गया,पायोनियर टीम की यादें सम्भवतः वर्ष 1990 के बाद से वास्तव में, इतिहास होकर रह गई।भिलाई इस्पात संयंत्र भी 40 मिलियन टन से बढ़कर 70 मिलियन टन की ओर ठोस कदम बढ़ाते हुए ग्लोबल टेक्नालॉजी को आत्मसात कर चुका है।भिलाई इस्पात संयंत्र व भिलाई सिटी की 06 जून 1955 की धरोहर यादों की शब्द-यात्रा को भिलाई के चर्चित युवा पत्रकार मुहम्मद ज़ाकिर हुसैन ने अपनी किताब”वोल्गा से शिवनाथ तक” में बेहद सिलसिलेवार ऐतिहासिक तरीके से कलमबद्ध किया है।
??बस्तर के पत्रकार व संगीतकार हरजीत सिंह पप्पू को मिला गोल्डन प्ले बटन अवार्ड,,,,,,,
हमर छत्तीसगढ़ में नायाब नगीनों की कोई कमी नहीं है और वो भी बस्तर में । यू-ट्यूब ने हरजीत सिंह पप्पू को गोल्डन प्ले बटन अवार्ड से नवाज़ा है क्योंकि हरजीत के अपने संगीत के माध्यम से बहुत कम समय में यू-ट्यूब में रिकार्ड तोड़ 10 लाख 40 हज़ार सब्सक्राइबर्स और 17 करोड़ 96 लाख 95 हज़ार व्यूवर्स हैं।यू-ट्यूब का कहना है कि हरजीत ने यह कमाल महज़ 3 वर्षों में किया है।गौरतलब है कि हरजीत सिंह पप्पू ने इन 3 वर्षों में अपने चैनल में सिर्फ 145 वीडिओज़ डाले हैं,फिर भी उनकी ख्याति का सिलसिला यह है कि यू-ट्यूब में इनके व्यूवर्सशिप में प्रतिदिन 700 दर्शकों की बढोत्तरी हो रही हैऔर महीने में लगभग 20 हज़ार नए दर्शक इनके चैनल से जुड़ते हैं।जिसकी पुष्टि खुद”गूगल” करता है। हरजीत की ख्याति सिर्फ भारत में ही नहीं है बल्कि इनके चैनल को 100 से अधिक देशों में देखा जाता है।गौरतलब यह है कि यू-ट्यूब यह अवार्ड तभी प्रदान करता है जब इनके चैनल पर कम से कम 10 लाख सब्सक्राईबर हों और हरजीत इस पैमाने से काफी आगे निकल चुके हैं।पेशे से सक्रिय पत्रकार व श्रमजीवी पत्रकार कल्याण संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष हरजीत सिंह पप्पू की संगीत को लेकर बड़ी योजनाएं हैं और व बस्तर को संगीत-हब के रूप में देखना चाहते हैं और वे 32 वर्षों से संगीत की साधना कर रहे हैं।वे बस्तर में संगीत अकादमी की स्थापना भी करना चाहते हैं।इनके सुपुत्र रमन सिंह रोमी भी यू-ट्यूबर हैं,जिन्हें पिछले वर्ष सिल्वर प्ले अवार्ड भी मिल चुका है।रोमी के भी 2 लाख सब्सक्राइबर और करोड़ों व्यूवर्स हैं।हरजीत की पत्नी श्रीमती वर्षा देवगुण भी एक प्रसिद्ध पार्श्व गायिका है।इनके दोनों पुत्र संगीतकार हैं।यह अपने-आप में बड़ी बात है कि हारजीत की उपलब्धि देश ही नहीं बल्कि बस्तर व छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है।
??”सीरमी” ऐसा गांव,जहां पहली दफा कोई विधायक-मंत्री अकबर पर्हुँचे,दिल खोलकर हुआ स्वागत,,,,,,
हमर छत्तीसगढ़ के महत्वपूर्ण ज़िला कबीरधाम विधानसभा का गांव सिरमी,ऐसा है जहां छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद से अब तक कोई मंत्री तो दूर विधायक भी नहीं पहुँचा था,जिससे यहाँ के ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं से वंचित रहे हैं।दरअसल चुनाव में वोट मांगने तो प्रत्याशी आते रहे हैं लेकिन जीतने के बाद कोई लौटकर नहीं आते हैं।अब इस मिथक को तोड़ा है,राज्य के वन-परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने,जो कबीरधाम के जनप्रिय विधायक भी हैं,सिरमी गांव पहुंचे।तब 300 की आबादी वाले गांव के गदगद ग्रामीणों ने उनका दिल खोलकर स्वागत-अभिनन्दन किया।स्वागत से अभिभूत वन-परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने ग्रामीणों के लिए विकास की सौगातों की झड़ी लगा दी।
??केंचुओं से महिलाओं की बढ़ रही अर्थ-पूंजी,,,,,
हमर छत्तीसगढ़ की महिलाओं को पहले केंचुओं से डर लगता था लेकिन अब केंचुए इन महिलाओं के लिए मितान बन गए हैं,जैसे खेतों की मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढाते हैं वे किसान-मित्र भी कहलाते हैं।अब यही केंचुए महिलाओं की आय बढ़ाने में सहायक-सिद्ध हो रहे है।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सुराजी गांव योजना को अपनाकर कांकेर के गीतापहर ग्राम पंचायत की महिलाएं केंचुए के माध्यम से वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर अपनी आय बढ़ा रही हैं।गीतापहर गांव की उर्वशी जैन ने कोई डेढ़ साल पहले गौठान के माध्यम से केंचुओं को पालने का काम शुरू किया था।और सरस्वती महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं के संग मिलकर उर्वशी ने 7 किंवटल केंचुए बेचकर 1 लाख 37 हज़ार रुपए कमा चुकीं हैं और अभी इनके पास नए गौठानों व किसानों को आपूर्ति करने पर्याप्त केंचुए हैं।उर्वशी की तरह ही ग्राम ज़ेपरा की संगीता पटेल भी डेढ़ साल में 5 किंवटल केंचुए बेचकर 90 हज़ार की आय अर्जित कर चुकी हैं।और इन्हीं केंचुओं की मदद से 40 किंवटल वर्मी कम्पोस्ट बेचकर 2 लाख रुपए का लाभ कमा चुकी हैं।उर्वशी व संगीता का कहना है कि केंचुए अब उनके घर के सदस्य जैसे है क्योंकि इनकी वजह से ही हमें आर्थिक मजबूती मिल रही है।
??पालीथिन मुक्त रायपुर बनाने निगम सभापति प्रमोद दुबे ने वितरित कराए 300 कपड़े के झोले,,,,,
पर्यावरण जागरूकता बढ़ाने और राजधानी रायपुर को पालीथिन मुक्त बनाने की दिशा में नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे के नेतृत्व में राधाबाई गर्ल्स कॉलेज की प्राचार्य अल्का श्रीवास्तव,पार्षद सतनाम पनाग और प्रो,विनोद जोशी सहित सभी प्रोफेसरों व छात्राओं ने टिकरापारा सब्ज़ी बाज़ार में कपड़े के 300 झोले का वितरण किया।इसके साथ ही प्रत्येक ने 5 लोगों को पालीथिन की जगह कपड़े का झोला रखने के प्रति जागरूकता फैलाने और पालीथिन से होने वाले नुकसान से बचने का संकल्प भी दिलवाया।गौरतलब है कि कपड़े के झोले का निर्माण छात्रों ने स्वयं अपने खर्च व कालेज प्रशासन के सहयोग से किया।इन छात्रओं के इस कदम से विश्व पर्यावरण दिवस की सार्थकता भी प्रमाणित होती है।
??भीषण गर्मी से राहत दिलाने कुलदीप जुनेजा ने ज़िला सत्र अदालत परिसर में भेंट किया वाटर कूलर,,,,,
हमर छत्तीसगढ़ की राजधानी स्थित ज़िला सत्र अदालत परिसर में अपने भ्रमण के दौरान विधायक कुलदीप जुनेजा ने ज़िला अधिवक्ताओं से भेंट-मुलाकात करते हुए उनकी समस्याओं की जानकारियां ली,तब मालूम हुआ कि यहां वाटर कूलर और फर्नीचरों की कमी,पार्किंग समस्या व नए भवन की आवश्यकता भी बताई है।इस पर विधायक कुलदीप जुनेजा ने फर्नीचर व अन्य सम्सयाओं की कमी को प्राथमिकता में रखते हुए जल्द पूरा करने आश्वस्त किया,,जबकि सत्र अदालत परिसर में अधिवक्ताओं को स्वच्छ जल आपूर्ति के लिए वाटर कूलर भेंट किया।इस अवसर पर अधिवक्तागण आशीष सोनी,फैसल रिज़वी,के के शुक्ला,हरिंदर चावला,सुरेन्द्र महापात्र,राजेश्वर सैनिक,संजय नायक,नारायण महोबिया,भारती राठौर,आशीष श्रीवास्तव,हमीद अंसारी,अनवर फारूकी,अजय जोशी सहित पदाधिकारीगण एवं अधिवक्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
??मध्य प्रदेश के सिवनी ज़िले के बरघाट निवासी रचना एहसान(पत्नी-फेमस कॉमेडी शायर एहसान कुरैशी) फरमाती हैं,,//”मुझको जीने की क्यों वो दुआ दे गया,,प्यार में उम्र भर की सज़ा दे गया”,,,//??