भिलाई /रायपुर(newst20)। ??धमधा के टमाटरों की देश-विदेश में बनी नई पहचान,,,,,,


हमर छत्तीसगढ़ जो बरसों से धान का कटोरा माना जाता है,यहॉ अन्य फसलों के साथ उद्यानिकी एवं फलों के अलावा विविधता में भी अपनी नई पहचान बनाता जा रहा है।मुझे याद है आ रहा है, वरिष्ठ पत्रकार गिरिजाशंकर ने तब लुड़ेग में टमाटरों पर बेहतरीन रिपोर्टिंग कर देश का ख्यातिनाम स्टेट्समैन पत्रकारिता पुरस्कार जीत कर नाम अर्जित किया था।अब धमधा क्षेत्र के टमाटरों की देश से बाहर भी बंगलादेश व पाकिस्तान तक सप्लाई की जा रही है।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी कहा कि धमधा के टमाटरों ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है और उद्यानिकी में नई पहचान विस्तारित की है।गौरतलब है मुख्यमंत्री ने धमधा में 11 करोड़ की लागत से बनी नई सब्ज़ी एवं फल मंडी का लोकार्पण करते हुए उक्ताशय की बातें कही।इस मौके पर भूपेश बघेल ने किसानों के साथ लंच करते हुए उद्यानिकी पर वृहत चर्चा की और कहा कि नई मंडी बनने से किसानों को आर्थिक लाभ मिलेगा।इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने धमधा ब्लाक में 55 करोड़ की विभिन्न योजनाओं का भी लोकार्पण,भूमिपूजन व सामग्री का वितरण किया।साथ ही साथ उन्होंने जल संसाधन विभाग की 18 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण तथा पीएचई विभाग की 15 करोड़ की योजनाओं का भूमिपूजन भी किया।उन्होंने सब्ज़ी मंडी के लोकार्पण के साथ ही 1 करोड़ 75 लाख रुपए की लागत से बने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी के भवन का भी लोकार्पण किया।भूपेश बघेल ने यह भी कहा कि धमधा क्षेत्र की 6 आगर व 6 कोरी तालाब की पहचान है।अब इसकेअलावा टमाटरों की हैदराबाद से लेकर इलाहाबाद व विदेशों में निर्यात से पहचान बढ़ने लगी है।और इसके पीछे कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे की मेहनत भी है,उन्होंने योजना बनाई और हमने उसे स्वीकृति प्रदान की और उसे मूर्त रूप भी दिया।उन्होंने बताया कि धमधा में लोकसेवा आयोग,सेना भर्ती व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के वास्ते कोचिंग व्यवस्था भी प्रारम्भ की जाएगी।मुख्यमंत्री धमधा क्षेत्र के लिए बेहद उदारता का परिचय देते हुए 1 करोड़ की लागत से स्टेडियम,महाविद्यालय में ऑडिटोरियम बनाने, स्वास्थ्य केंद्र में 50 बिस्तरों का विस्तारीकरण तथा बंधुआ तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए 1 करोड़ की राशि की घोषणा भी की।धमधा क्षेत्र की सिंचाई का दायरा भी 3 वर्षो में बढ़ाया जाएगा।कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि मंडी के प्रारम्भ होंना एक शुभ संकेत है।अब किसानों को देश भर का मार्केट मिल सकेगा।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 3 करोड़ की लागत से विभिन्न सामग्रियों,जिनमें 50 किसानों को ट्रैक्टरों का वितरण किया गया।मत्स्य किसानों को जाल,नाव,मत्स्य आहार का वितरण किया गया।इस मौके पर पूर्व विधायक प्रदीप चौबे, श्रीमती प्रतिमा चंद्राकर और जनपद अध्यक्ष सरस्वती रात्रे,अविनाश चौबे सहित कमिश्नर महेंद्र कावड़े, आई जी ओ पी पॉल,एसपी बद्रीनारायण मीणा,एसडीएम ब्रजेश क्षत्रिय व अधिकारीगण उपस्थित रहे जबकि कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।मंडी बोर्ड अध्य्क्ष अश्विनी साहू ने भी संबोधित किया और नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुनीता गुप्ता ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया।

??हमर छ्त्तीसगढ़ में आदिवासी पर्यटन परिपथ विकसित करने की मनोहारी योजना,,,,,,,

हमर छत्तीसगढ़ में पर्यटन सर्किट, विशेषकर आदिवासी पर्यटन परिपथ विकसितकरने की विहंगम योजना बनाई गईं है और उसे क्रियान्वित भी किया जा रहा है।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राज्य में केवल खेती-किसानी या ग्रामीण रोजगार के क्षेत्र में ही सम्भावनाएं ही नहीं बढाते जा रहे हैं,बल्कि,पर्यटन के क्षेत्र को भी विकसित व विस्तारित करने की दिशा में कारगर ध्यान देते जा रहै हैं,ताकि छत्तीसगढ़ को पर्यटन के क्षेत्र में भी अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली सके।इसी सोच का दायरा बढाते हुए स्वदेश दर्शन योजना के तहत आदिवासी क्षेत्रों में पर्यटन परिपथों का तेजी से विकास किया जा रहा है।यहां पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए अनेक स्थानों को चिन्हांकित करके पर्यटन के रूप में विकसित व लोकप्रिय बनाने की दिशा में कार्य शुरू हो चुका है।जनता की आवाज़ न्यूज़ पोर्टल की सम्पादक सुश्री शुभ्रा नन्दी का कहना है कि स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत प्रदेश के वनांचल क्षेत्र जशपुर-कुनकुरी-कमलेश्वरपुर-मैनपाट-महेशपुर-कुरदर-सरोधा-दादर-गंगरेल-नथीयाँवनवागांव-कोंडागांव-जगदलपुर-चित्रकोट-तीरथगढ़ को समूचा आदिवासी पर्यटन परिपथ/ट्राइबल टूरिज़्म सर्किट/बनाने का पहला चरण का कार्य पूरा कर लिया गया है।जिसमें 94 करोड़ 23 लाख का खर्च किया जाना है।इस परिपथ में पर्यटन ग्राम,एथनिक पर्यटन ग्राम,कैफेटेरिया पार्किंग स्थल,रोलर ट्रेल आदि का विकास समूचे रूप से किया जा रहा है,जिससे ये परिपथ पर्यटन के लिए मनोहारी स्वरूप ले सकेगा।जबकि दूसरे चरण में,चिल्फी घाटी-अचानकपुर-अमरकंटक घाटी-हसदेव बांगों बांध के सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास व विस्तार को शामिल किया जाएगा,जिस पर 81 करोड़ 26 लाख खर्च करने की विहंगम योजना है।

??वैश्विक नेता इंदिरा गांधी का संग्रहणीय वीडयो शेयर किया टीएससिंहदेव ने,,,,,

भारत देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री व वैश्विक नेता श्रीमती इंदिरा गांधी का संग्रहणीय एक प्रसिद्ध वीडियो हमर छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने शेयर किया है,वीडियो में श्रीमती इंदिरा गांधी को विश्व के प्रमुख संप्रभु देशों के नेताओं के सम्मेलन में मेजबानी कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए परिलक्षित हो रहीं हैं।शेयर वीडियो में इंदिरा गांधी का वृहत व्यक्तित्व झलकता है।वास्तव में, यह एक यादगार वीडियो है।

??छत्तीसगढ़ के खेतों में महकेगी म्यूटेंट सुगंधित धान की नई किस्में,,,,,,,,,

हमर छत्तीसगढ़ अनादि काल से धान का कटोरा कहलाता आ रहा है और इस ख़ज़ाने में सुगंधित चांवल की सैकड़ों किस्में हैं,जिनमें से कुछ प्रचलित हैं तो कुछ कम उपज की वजह से बुआई में कम इस्तेमाल हो रही हैं।अब इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय ने भाभा एटॉमिक अनुसंधान रिसर्च सेंटर ट्राम्बे-मुंबई के सहयोग से सुगंधित चांवल की 5 नई किस्में म्यूटेशन ब्रीडिंग से तैयार की हैं जबकि विश्वविद्यालय की परियोजना में 300 किस्मों पर म्यूटेशन ब्रीडिंग कार्य प्रगति पर है।परियोजना द्वारा सुगन्धित चांवल की तैयार इन 5 नई किस्मों के उन्नत बीजो को प्रगतिशील किसानों के बीच कृषि आयुक्त डॉ कमलप्रीत सिंह ने वितरित किए।इन 5 नई सुगंधित किस्मों में1-ट्राम्बे छत्तीसगढ़ दुबराज म्यूटेंट-1,2-विक्रम टीसीआर,3-छत्तीसगढ़ जवांफूल म्यूटेंट,4-ट्राम्बे छत्तीसगढ़ विष्णुभोग म्यूटेंट तथा5-ट्राम्बे छत्तीसगढ़ सोनागाँठी के उन्नत बीज राज्य के विभिन्न जिलों से आए किसानों के मध्य वितरित किए गए हैं।कृषि आयुक्त ने कहा कि सुगन्धित चांवल के उत्पादन की खेती के लिए किसान आगे आएं,राज्य सरकार सुगन्धित चांवल की खेती को बढ़ावा देने उनकी भरपूर मदद करेगी।डॉ कमलप्रीत ने छत्तीसगढ़ की परम्परागत सुगन्धित धान की किस्मों की म्यूटेशन ब्रीडिंग से नई उन्नत किस्में तैयार करने के लिए कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को बधाईयां एवं शुभकामनाएं व्यक्त की।गौरतलब है कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा छत्तीसगढ़ 23 हज़ार 250 परम्परागत किस्मों के प्रजनन-द्रव्यों का संग्रहण किया गया है।इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ गिरीश चंदेल ने समारोह की अध्यक्षता की और उन्होंने कहा कि अनुसंधान स्तर पर इनके ट्रायल पूरे कर लिए गए हैं और अब इनके लोकव्यापीकरण के लिए किसानों के खेतों पर उत्पादन किया जा रहा है जबकि कार्यक्रम में भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर के संचालक डॉ तपन कुमार घण्टी विशेष अतिथि के तौर पर मौजूद रहे।कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष डॉ पी के मुखर्जी,वरिष्ठ वैज्ञानिक व छत्तीसगढ़ प्रभारी डॉ बी के दास सहित विश्विद्यालय के कुलसचिव जी के निर्माम,अनुसंधान संचालक डॉ पी के चंद्राकर,निदेशक विस्तार डॉ आर के बाजपेयी सहित विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक एवं प्राध्यापको की उपस्थिति रही।आनुवांशिकी व प्रजनन पादप के विभागाध्यक्ष तथा परियोजना प्रभारी डॉ दीपक शर्मा ने परियोजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

??बालको के स्मेल्टर संयंत्र को मिली पर्यावरणीय मंजूरी,अब दुनिया में बालको का होगा 14 वां स्थान,,,,,,

हमर छत्तीसगढ़ के कोरबा ज़िले में स्थित भारत एल्युमिनियम कम्पनीबालकोको केंद्रीय पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने पर्यावरणीय मंजूरी जारी कर दी है,जिससे स्मेल्टर संयंत्र की क्षमता का विस्तार किया जा सकेगा।इस मंजूरी में 300 मेगावाट का कैप्टिव पॉवर प्लांट भी शामिल रहेगा।इससे बालको दुनिया में एक ही स्थान पर 10 लाख टन एल्युमिनियम उत्पादन करने वाला उद्योग बन जावेगा। स्मेल्टर क्षमता विस्तार से सीधे तौर पर 1050 नए रोज़गार का सृजन होगा तथा 4000 लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोज़गार भी मिलेगा।गौरतलब है कि स्मेल्टर संयंत्र की क्षमता विस्तार के लिए पर्यावरणीय मंजूरी वास्ते फरवरी 2022 को लोकसुनवाई हुई थी।प्रस्तावित एल्युमिनियम स्मेल्टर विस्तार से बालको की उत्पादन क्षमता 5.75 लाख टन प्रतिबर्ष से बढ़कर 10.85 लाख टन प्रतिवर्ष हो जाएगी। क्षमता विस्तार की अनुमानित लागत 6 हज़ार 387 करोड़ रुपए होगी।एल्युमिनियम उत्पादन क्षमता के आधार पर वर्तमान में बालको पूरी दुनिया में 34 वें स्थान पर है और प्रस्तावित क्षमता के मूर्त रूप लेने से बालको का पूरी दुनिया मे स्थान 14 वां हो जावेगा।

??बेधड़क गांजा-तस्करी,पुलिस ने ज़ब्त किया साढ़े 4 करोड़ का गांजा,9 आरोपी गिरफ्त में,,,,,,

चौतरफा चौकसी,धरपकड़ व नाकाबंदी के बावजूद गांजा तस्करी पर अंकुश नहीं लग पा रहा।गांजा-तस्कर हर समय किस्म किस्म के जुगाड़ करते हैं,परन्तु पुलिस की गिरफ्त में फंस ही जाते हैं।इस बार पेंड्रा-गौरेला-मरवाही ज़िला पुलिस को अलग-अलग मामलों में 9 आरोपियों से 22.40 क्विंटल गांजा ज़ब्त करने में सफलता मिली है।ज़ब्त गांजा का बाजार मूल्य करीब साढ़े चार करोड़ रुपए आंकी जा रही है।पुलिस को
मरवाही निवासी गिरीश यादव की ओडिसा से गांजा लाकर छत्तीसगढ़ व मध्यप्रदेश में तस्करी करने बाबत सूचना मिली थी और पुलिस परिवहन बेरियर पर जांच कर रही थी।जहां पुलिस को बिलासपुर से एक ट्रक आते दिखा जो ओडिसा से सीमेंट-डस्ट लेकर आ रहा था।ट्रक को रोककर जांच की गई तब सीमेंट-डस्ट के नीचे बोरियों में लदा
करीबन 22 किंवटल 30 किलो गांजा मिला,जिसे पुलिस ने ट्रक सहित ज़ब्त कर लिया।पुलिस ने ट्रक से करीबन 4 करोड़ 16 लाख का गांजा माल ज़ब्त किया।यह कार्रवाई गौरेला पुलिस ने की।इसी तरह पेंड्रा पुलिस ने अनूपपुर की तरफ़ से मध्यप्रदेश की ओर जा रही एक लक्ज़री कार को रोककर जांच की तो कार चालक दौलत केंवट से 2 किंवटल गांजा ज़ब्त किया,जिसकी कीमत करीब 45 लाख 5 हज़ार रुपए आंकी गई और उसे ज़ब्त कर लिया गया।इसके आगे मरवाही पुलिस ने 6 लोगों के पास से 10 किलो गांजा ज़ब्त किया,जिसकी कीमत 2 लाख रुपए बताई गई है।इस मामले में पुलिस ने रामकुमार पटेल,शंकर चौहान,लखन कश्यप,शिव साहू,विकास साहू और बबलू साहू को गिरफ्तार किया है जो जांजगीर व बलौदा बाज़ार के रहने वाले हैं।ज़िला पुलिस कप्तान त्रिलोक बंसल ने बताया कि गांजा-तस्करी के इन सभी मामलों में कुल 22.40 किंवटल गांजा की जब्ती की गई है,जिसकी कीमत 4 करोड़ 67 लाख 77 हज़ार कीमत का माल तस्करी से पहले बरामद कर लिया है।इसके साथ ही एक ट्रक,सूमो व कार भी जब्त करने में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।

??हमर छत्तीसगढ़ में महासमुंद शहर की मशहूर शायरा श्रीमती सबीना खत्रीसबी फरमाती हैं,,,//अब और नाम न बदल-ए-ज़िंदगी मेरा,,,दौर यूं भी आजकल नाम बदलने का चला है,,//??

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