भिलाई /रायपुर(न्यूज़ टी 20)। ??मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना की सराहना की है नीति आयोग ने,,,,
‘हमर छत्तीसगढ़’ के दूरस्थ व ग्रामीण अंचलों में भूपेश-सरकार द्वारा संचालित “मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना”की सराहना होने लगी है।अब लोगों को इस योजना के माध्यम से मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं के लाभ की सराहना नीति आयोग भी करने लगी है।नीति आयोग ने अपने ट्वीटर हैंडल व फेसबुक पर योजना के लाभ व जानकारी की तस्वीरें साझा कर इस योजना के लाभ से परिचित कराया है।नीति आयोग ने अपने पोस्ट में आगे लिखा है कि हाट-बाजार क्लीनिक योजना सेआकांक्षी ज़िला नारायणपुर में सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा की संज्ञा दी है और कहा है कि नारायणपुर ज़िले में स्वास्थ्य सेवा के शिविरों में संचालित मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना से अब 15 हाट-बाजारों में 14 हज़ार 711 मरीजों का उपचार व इलाज किया गया है।इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं की जांच व बच्चों का वेक्सीनेशन भी किया गया है।नीति आयोग द्वारा सोशल मीडिया में की गईं स्वास्थ्य योजना की तस्वीरों की सर्वत्र सराहना हो रही है।
??रायपुर नगर निगम के इतिहास में पहली बार राज्यपाल सभा की बैठक में शामिल हुईं,,,,,,,,,
‘हमर छत्तीसगढ़’ में रायपुर नगर निगम के इतिहास में गौरवशाली अध्याय जुड़ गया,जब छत्तीसगढ़ की महामहिंम राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके निगम की सामान्य सभा की बैठक में शामिल हुईं।रायपुर नगर निगम का इतिहास हमेशा से प्रेरणाप्रद रहा है जिसके माध्यम से लोगों ने राष्ट्रीय पहचान भी बनाई लेकिन राज्यपाल का सभा में शामिल होने का यह अवसर सर्वथा पहली बार ही हुआ है।इस मौके पर मेयर एजाज़ ढेबर व सभापति प्रमोद दुबे सहित पक्ष-विपक्ष के सभी पार्षदों की उपस्थिति रही।रायपुर नगर निगम में इससे बहुत पहले नोबेल पुरस्कार प्राप्त संत मदर टेरेसा भी पधार चुकी हैं।सामान्य सभा की बैठक में राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने अपने संबोधन में कहा कि वे खुद कभी पार्षद नहीं रहीं लेकिन विधानसभा में जागरूक विधायक ज़रूर रहीं हैं।उन्होंने आगे कहा कि जनप्रतिनिधि से जनता को हमेशा बहुत-सी आशाएं व अपेक्षाएं रहतीं हैं इसलिए जनप्रतिनिधि को जनता के लक्ष्यों को पूरा करने प्रतिबद्ध रहना चाहिए।राज्यपाल ने यह भी कहा कि कोरोना काल के जीवट समय में निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों ने बेहतर काम किया है,वहीं रायपुर शहर को सुंदर व साफ-सुथरा बनाने की दिशा में सक्रियता से भागीदारी निभा रहे हैं।उन्होंने यह भी कहा कि निगम के व्हाइट हाउस को देखने की उनकी इच्छा रही है।
??प्रोजेक्ट उन्नति के माध्यम से मनरेगा मजदूर से स्वरोजगार तक का सफर तय करने में अग्रणी 6 मजदूरों को सम्मानित करेगा केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय,,,,,,
‘हमर छत्तीसगढ़’ के 6 मजदूरों को केंद्रीय विकास मंत्रालय 24 मार्च को नई दिल्ली में सम्मानित करने जा रहा है।ग़ौरतलब है कि अमृत महोत्सव के अंतर्गत मनरेगा मजदूर से स्व-रोज़गार तक का सफर तय करने वाले हमर छत्तीसगढ़ के 6 मजदूरों को केंद्रीय विकास मंत्रालय द्वारा 24 अगस्त को नई दिल्ली में सम्मानित करने की रूपरेखा तैयार की जा रही है।महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी अधिनियम(मनरेगा) के अंतर्गत 100 दिन का रोज़गार हासिल करने वाले परिवारों के इन मजदूरों को प्रोजेक्ट उन्नति के माध्यम से कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर स्व-रोज़गार के लिए तैयार किया गया है।इन सभी को विभिन्न ज़िले के प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षण दिलाया गया।आज़ादी के 75 साल(अमृत महोत्सव)पूरे होने पर देश भर के प्रोजेक्ट उन्नति के 75 हितग्राहियों को सम्मानित किया जा रहा है।प्रोजेक्ट उन्नति में प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों में स्व- -रोज़गार से(1) धमतरी ज़िले के धमतरी विकासखंड की भनपुरी ग्राम पंचायत की नीतू बाई साहू(मशरुम उत्पादन),(2)सारँगपुरी ग्राम पंचायत की फूलवंती कंवर(मोमबत्ती बनाने),(3)गरियाबंद ज़िले के फिंगेश्वर विकासखंड की लोहरसी ग्राम पंचायत की गीतांजलि ध्रुव तथा (4)पतौरा ग्राम पंचायत की सुश्री ओमेश्वरी कंवर को सिलाई के काम के लिए,(5) कोरिया ज़िले के सोनहत विकासखंड के पौड़ी ग्राम पंचायत के कृष्णकुमार(बकरी पालन),(6)महासमुंद ज़िले के बसना विकासखंड के दुर्गापाली ग्राम पंचायत के बिमल साव(मोबाइल रिपेयरिंग)को प्रशस्ति -पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।मालूम रहे कि केंद्रीय विकास मंत्रालय द्वारा संचालित मनरेगा की महत्वाकांक्षी योजना है,जिसका उद्देश्य ही यही है कि ग्रामीण परिवार के सदस्यों को उनकी पसंद के आधार पर प्रशिक्षण देकर उन्हें रोज़गार या स्व-रोज़गार के योग्य बनाना
है।इसके लिए वर्ष 2018-19 में 100 दिनों का रोज़गार हासिल करने वाले परिवार के किसी 18 से 45 वर्ष आयु के सदस्य को स्व-रोज़गार के लिए प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाता है।
??सरकार तुंहर द्वार के समाधान शिविर में ग्रामीणों को मिला सरकारी योजनाओं का लाभ,,,,,
‘हमर छत्तीसगढ़’ में कोरबा ज़िले के अजगरबहार में सरकार तुंहर द्वार के समाधान शिविर में एक ही दिन में 05 हज़ार से अधिक ग्रामीणों को किसान किताब,राशन कार्ड,फौती,नामांतरण,ड्रायविंग लायसेंस,जाति, आय प्रमाणपत्र,निवास, दिव्यांग प्रमाणपत्र प्रदान किया गया।इस वृहद समाधान शिविर में पेंशन,मजदूर कार्ड आदि से सम्बंधित समस्याओं का भी निपटारा किया गया।इस शिविर से ग्रामीणों को अधिकाधिक लाभ मिलने से उनके बीच नई आशा जगी है।मालूम रहे कि शिविर से पहले ग्रामीणों से उनकी समस्याओं के आवेदन लिए गए थे।इन समस्याओं के निराकरण के बाद शिविर में सेवाओं से सम्बंधित कागज़ात ग्रामीणों को सौंपे गए।अजगरबहार के 19 ग्राम पंचायत क्षेत्र में सरकार के 22 विभागों से जुड़ी विभिन्न सेवाएँ उपलब्ध कराई गई।शिविर स्थल पर ही राजस्व विभाग के फौती नामांतरण,मुआवजा व वनाधिकार पट्टे का वितरण,किसान किताब,सीमांकन व डिजीटल हस्ताक्षरित बी-1 वितरण से जुड़े करीब 1327 मामलों का समाधान किया गया।ज़िला पंचायत मनरेगा के अंतर्गत 531 हितग्राहियों का जॉब कार्ड बनाकर दिया गया।07 महिलाओं को मातृत्व भत्ता भी दिया गया।इसी तरह 64 हितग्राहियों को भारत स्वच्छता मिशन के अंतर्गत शौचालय निर्माण प्रोत्साहन राशि दी गई।समाज कल्याण विभाग द्वारा 468 हितग्राहियों को दिव्यांग उपकरण,पेंशन,जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र एवं दिव्यांग सहायता योजना अंतर्गत लाभान्वित किया गया।खाद्य व स्वास्थ्य विभाग ने भी प्रकरण समाधान भी किया गया।589 हितग्राहियों को सुरक्षा योजना अंतर्गत प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई।गम्भीर रूप से बीमार ग्रामीण मरीजों का चिन्हांकन भी किया गया और बताया गया कि इनका इलाज ज़िला प्रशासन कराएगा।आदिमजाति विभाग द्वारा 48 छात्रों को स्थायी जाति प्रमाणपत्र जारी किया गया।महिला बाल विकास,कृषि,उद्यानिकी,लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी,शिक्षा एवं श्रम विभागों ने भी बढ़- चढ़ कर ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान कर लाभान्वित किया।समाधान शिविर में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने कहा कि शासन की सेवाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिल सके,यही शिविर का उद्देश्य है। लोगों को अपनी समस्याओं को लेकर बार-बार दफ्तरों के चक्कर ना लगाना पड़े,इसके लिए समाधान शिविर से सेवाएं प्रदान की गई है।ज़िले के पुलिस कप्तान भोजराम पटेल ने कहा कि समाधान शिविर में लोगों की समस्याओं का समाधान एक ही जगह हो जाने से लोगों को बड़ी सहूलियत मिलती है और लोगों को घर व खेतों के ज़रूरी काम छोड़कर ऑफिसों के चक्कर लगाने से बचत हो जाती है।शिविर में जिला पंचायत के सी ई ओ नूतन कंवर,एस डी एम हरिशंकर पैंकरा,कोरबा जनपद पंचायत के सी ई ओ जी के मिश्रा,जन प्रतिनिधि हरीश परसाई सहित आस पास के सरपंच,पंचायतों के नागरिकगण तथा सभी विभागों के सभी अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
??गोबर से बजट-ब्रीफकेस बनाने वाली दीदियों को सम्मानित किया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने,,,,,,,,
‘हमर छत्तीसगढ़’ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने देश में पहली बार गोबर से बने ब्रीफकेस से बजट पेश कर ख्याति अर्जित की।इससे प्रभावित होकर मुख्यमंत्री ने राज्य विधानसभा स्थित अपने कार्यालय में गोबर से ब्रीफकेस बनाने वाली स्व-रोज़गार समूह की दीदियों को सम्मानित किया।मुख्यमंत्री ने दीदियों से कहा कि आपने जो मौलिक ब्रीफकेस गोबर से बनाया है,आज पूरे देश में इसकी चर्चा हो रही है आपने गोधन का भी सम्मान बढाया है।इस अवसर पर दीदियों ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनके काम का सम्मान स्वयं मुख्यमंत्री करेंगे।सम्मान पाकर सभी दीदियां अभिभूत हो गईं।मुख्यमंत्री ने दीदियों नीलम अग्रवाल,नोमिन पॉल,मनीषा पटवा,कांति यादव व लता पुणे को त्योहारी मिठाईयां भी भेंट किया।दीदी नोमिन पॉल ने मुख्यमंत्री को बताया कि हम लोग गोबर से पेंट बनाने की तैयारी कर रहीं हैं,साथ ही गोबर की ईंट बनाकर छत्तीसगढ़ की महतारी माता का मंदिर बनाने की भी योजना है।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आपके प्रयासों में हम पूरा सहयोग करेंगे।समूह की नोमिन पॉल ने बताया कि पति केनिधन के बाद बहुत मुश्किलें बढ़ी,तब गौठान से बड़ी सहायता मिली।उन्होंने गोबर से काम की चीजें बनानी शुरू की।अब हर महीने 15 हज़ार कमा लेते हैं।होली से पहले गोबर से बना गुलाल 150 किलो बेच चुके हैं।दिल्ली से भी गुलाल का आर्डर मिला था लेकिन समय की कमी से मना कर दिया।नोमिन पॉल ने बताया कि गोबर से ब्रीफकेस बनाने 10 दिनों का समय लगा।
??बख्शी सृजन पीठ के अध्यक्ष का पदभार सम्हाला ललित कुमार वर्मा ने,,,,,
‘हमर छत्तीसगढ़’ के महान साहित्यकार पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी की स्मृति में स्थापित पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी सृजन पीठ के नवनियुक्त अध्यक्ष ललित कुमार वर्मा ने पत्रकारों व साहित्यकारों की उपस्थिति के बीच पदभार ग्रहण किया।इस अवसर के साक्षी बने निवर्तमान अध्यक्ष प्रो.रमेन्द्र नाथ मिश्र।नवनियुक्त अध्यक्ष ललित कुमार वर्मा ने साहित्य-पत्रकार बिरादरी को आश्वस्त किया कि वे सदैव छत्तीसगढ़ की रचनात्मक सृजन की नई धारा को प्रवाहित करते रहेंगे।उन्होंने आगे यह भी कहा कि वे सकारात्मक तरीके से साहित्य बिरादरी व रचनाकारों को पर्याप्त महत्व देंगे।प्रो.रमेन्द्र नाथ मिश्र ने ललित कुमार वर्मा को प्रतिभाशाली व योग्य निरूपित करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि वे अपनी कार्यप्रणाली से सृजन पीठ को ऊर्जा व गति प्रदान करेंगे। पदभार ग्रहण कार्यक्रम में प्रो.डी एन शर्मा,डॉ सुधीर शर्मा,एल एन मौर्य,डॉ योगेंद्र त्रिपाठी,विमलशंकर झा,लोकबाबू,नलिनी श्रीवास्तव,मुमताज भाई, नीलम जायसवाल,पद्मा जोशी,प्रदीप वर्मा,टी आर कोसरिया आदि पत्रकार व साहित्यकार बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
??हमर छत्तीसगढ़ में महासमुंद की मशहूर शायरा व साहित्यकार सबीना खत्री”सबी” ने फरमाया है,,,,”जो तैर कर समंदर पार करते हैं,,,वो कब कश्तियों का इंतज़ार करते हैं” //??