दुर्ग। आनलाइन ठगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने दिल्ली एटरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया है। वह विदेश भागने के फिराक में था। दुर्ग पुलिस ने उसके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर नोटिस जारी किया था। जिसके आधार पर वह पकड़ा गया। आरोपी ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर बैंक मैनेजर से ठगी की थी।
घटना बीते 25 जनवरी की है। आरोपियों ने भारतीय स्टेट बैंक दुर्ग के ब्रांच मैनेजर अनुरंजन कुमार प्रियदर्शी को फोन कर झांसे में लिया गया। कहा गया कि वह कैलाश मध्यानी पार्टनर वेंकटेश मोटर्स रायपुर से बोल रहां हूं। कह कर आरटीजीएस के माध्यम से अपने विभिन्ना खातों में पृथक-पृथक कुल रकम 18 लाख 24 हजार 780 रुपये ट्रांसफर करवा लिया गया। प्रार्थी की रिपोर्ट पर धारा 420,34 भादवि एवं 66-डी आइटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जांच की गई। आरोपी दीगर राज्य के थे, लिहाजा टीम को दिल्ली, हरियाणा रवाना किया गया। आरोपियों की पतासाजी के दौरान आरोपी विकास ढींगरा, मुन्ना साव, पवन मांझी, पुनीत गौतम उर्फ डम्पी को पकड़ा गया। पूछताछ में इन्होंने अपना अपराध कब्लू किया था। पूछताछ में आरोपियों ने बताया था कि अन्य व्यक्तियों के बैंक खातों,मोबाइल सिमो का उपयोग कर अपने अन्य साथी करन कपूर, राजन कपूर, विनय यादव उर्फ बबलू के साथ मिलकर अपराध किया। आरोपियों को 10 फरवरी 2022 को फरीदाबाद, हरियाणा से गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया था। प्रकरण में फरार आरोपी राजन कपूर के विदेश भाग जाने की सूचना के आधार पर पासपोर्ट कार्यालय से पासपोर्ट की जानकारी लेकर लुक आउट सर्कुलर नोटिस जारी कराया गया था। जो चार मई की मध्य रात्रि इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट दिल्ली में पकड़ा गया। रात में उप निरीक्षक राजीव तिवारी एवं आरक्षक जुगनु सिंह की टीम को दिल्ली भेजा गया। गिरफ्तार राजन कपूर को ट्रांजिस्ट रिमांड पर दुर्ग लाया जा रहा है।