रायपुर (न्यूज़ टी 20)। आतंकी फंडिंग के मामले में नौ साल से फरार आरोपी श्रवण कुमार मंडल को रायपुर पुलिस ने झारखंड से गिरफ्तार किया है। वह मूलत: जमुई, बिहार का रहने वाला है। झारखंड के देवघर जिले के कुंडा थाना क्षेत्र के बंघा में रहकर वह ड्राइवरी कर रहा था। आरोपी के खाते में 20 से 25 लाख रुपये जमा किए गए थे। वहीं, उसके मौसेरे भाई धीरज साव ने उसे 30 लाख रुपये नकद दिए थे, जिसे 13 प्रतिशत कमीशन काटकर वह दूसरों तक पहुंचाया था।
एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने मंगलवार को मामले का राजफाश करते हुए बताया कि आरोपी श्रवण के कब्जे से एक मोबाइल फोन, आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस जब्त किया गया है। उसे बुधवार को एनआइए कोर्ट में पेश किया जाएगा। इस मामले में एक आरोपी अभी भी फरार है। हालांकि उसकी जानकारी हाथ लगी है।
बता दें कि 25 अक्टूबर 2013 में खमतराई थाने में आतंकी फंडिंग का मामला दर्ज किया गया था। इस प्रकरण में चार आरोपी धीरज साव, जुबैर हुसैन, आयशा बानो और पप्पू मंडल को 10-10 वर्ष की सजा सुनाई गई है। वहीं राजू खान न्यायिक रिमांड पर जेल में बंद है।
पाकिस्तान से आतंकी संगठन के लिए आने वाले पैसों को इंडियन मुजाहिदीन के सदस्य जुबैर हुसैन, पप्पू मंडल और आयशा बानो को भेजते थे। धीरज साव 2011 से पाकिस्तान के आतंकी खालिद के संपर्क में था। वह खमतराई में रहकर अंडा का ठेला लगाता था। खालिद ने उसे कम समय में पैसे कमाने का लालच दिया था। इस पर धीरज ने मौसेरे भाई श्रवण मंडल के नाम से बैंक खाता खुलवा दिया था। धीरज ने श्रवण के पास कई बार लाखों रुपये नकद पहुंचाए थे।