भिलाई। छावनी पुलिस और सायबर सेल ने सोमवार तंत्र-मंत्र से रुपए डबल करने और असली नोट को डबल कर नकली नोट दिए जाने के गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मामले में प्रतापगढ़ यूपी निवासी राजेंद्र यादव उर्फ राहुल, चंद्रजीत यादव उर्फ सोनू, शशिकांत शुक्ला, महेंद्र पटेल और 4 पहिया वाहन के चालक सुशील गौतम को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 40 हजार रुपए के असली नोट भी जब्त किए हैं।
आरोपियों ने मोबाइल दुकान संचालक चोवाराम साहू को पहले 1 लाख के असली नोट के बदले 5 लाख के नकली नोट देने का झांसा दिया। इसके बाद उसे पावर हाउस चौक पर बुलाया। चोवाराम ने पुलिस को इसकी खबर दी। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए जाल बिझाया। मोबाइल लोकेशन के आधार पर पावर हाउस चौक पर आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए। आरोपियों में एक ट्रक चोरी और दूसरा दुष्कर्म के मामले में जेल जा चुका है। बहरहाल इस पूरे मामले में जांच जारी है।
डीएसपी क्राइम नसर सिद्दिकी ने बताया कि आरोपी ठगी करने के पहले असली नोट पर कैमिकल लगा देते थे। कैमिकल को एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ने के लिए किया जाता है। इसके बाद सामने वाले से ही चूना मंगवाकर उसे हाथ में लगाकर नोट की गिनती करते थे। गिनती के दौरान नोट का रंग बदलकर लाल हो जाता था। इससे सामने वाले को यकीन हो जाता था कि नोट नकली है।आरोपियों ने दुकानदार को 12 लाख रुपए के नकली नोट खपाने का झांसा दिया था। आरोपियों ने पहले 1 लाख रुपए के असली नोट लेकर 5 लाख रुपए नकली नोट देने की बात कही। इसके बाद 40 हजार रुपए के असली नोट लेकर 80 हजार दिए जाने की बात कही। इस पर चोवाराम ने 40 हजार रुपए दिए। इसके बदले आरोपियों ने सिर्फ 18 हजार रुपए ही नकली बताकर लौटाया और कहा कि शेष 62 हजार के नकली नोट वे थोड़ी देर में लाकर देते हैं। इस पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया और पूरे मामले का खुलासा हो गया।
एएसपी सिटी संजय ध्रुव ने बताया कि राजेंद्र उर्फ राहुल ट्रक चोरी के मामले में जेल में बंद था। जेल में उसकी मुलाकात पुलिस के मुखबिर से हुई। जेल में ही राजेंद्र ने बताया था कि उसकी गैंग रुपए डबल करने और नकली नोट बेचने का काम करती है। मुखबिर के जरिए जेल से छूटने के बाद आरोपी राजेंद्र ने चोवाराम से संपर्क किया। इसके बाद उसने चोवा को 1 लाख रुपए के असली करेंसी बदलकर 5 लाख रुपए के नकली नोट देने की बात कही। दुकानदार ने सोमवार दोपहर पावर हाउस पर सैंपल के तौर पर 40 हजार रुपए दिए।