By POORNIMA
अंतरराष्ट्रीय तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर कल्याणी सोशल वेलफेयर एंड रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन में कार्यक्रम रखा गया जिस के मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक जिला दुर्ग, डॉ अभिषेक पल्लव , यातायात पुलिस उप अधीक्षक, जिला दुर्ग गुरजीत सिंह तथा उपसंचालक समाज कल्याण विभाग, जिला दुर्ग कमलेश पटेल रहे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में
दुर्ग पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव एवं समस्त अतिथियों द्वारा गांधीजी के तैल्य चित्र पर माल्या अर्पण कर तथा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया
. तत्पश्चात कल्याणी संस्था के परियोजना समन्वयक उदय राज छेत्री द्वारा दुर्ग पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव का पुष्पगुच्छ देकर सम्मान किया गया, संजय देशमुख जी द्वारा गुरजीत सिंह जी का पुष्पगुच्छ देकर सम्मान किया गया, तथा कौशल्या गोस्वामी द्वारा श्री कमलेश पटेल का पुष्पगुच्छ देकर सम्मान किया गया
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सर्वप्रथम अजय कल्याणी जी ने अतिथियों को संस्था के बारे में अवगत कराया जिसमें उन्होंने महिला सशक्तिकरण के बारे में जानकारी दी जब महिलाएं सशक्त होकर कार्य करने के लिए घर से बाहर निकलती है तब उनके सामने सबसे बड़ी समस्या आती है जब घर का मुखिया ही नशा करता है तो उस घर की महिलाओं को ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है, इसी को ध्यान में रखते हुए उनके मन में विचार आया कि वह इस परेशानी को दूर करने के लिए नशा मुक्ति केंद्र का निर्माण करें और उन्होंने बताया कि वे 2015 में हमने नशा मुक्ति केंद्र का संचालन किया जिसमें नशे से पीडितो को नशा से मुक्ति देने का कार्य किया संस्था में हमारे द्वारा अनेक प्रकार की थेरेपी, ट्रीटमेंट तथा परामर्श दिया जाता है जिससे उनकी दिनचर्या में सुधार आता है और वह नशा से मुक्त होने में सहयोग प्रदान करता है हमारे देश के अधिकतर व्यक्ति नशा से ग्रसित है जिसमें सबसे बड़ा नशा होता है तंबाकू जो नशे की शुरुआत होती है अगर हम नशा शुरू होने पर ही उस पर रोक लगाएं तो नशे को कम किया जा सकता है इसी पर हमारी संस्था कल्याणी सोशल वेलफेयर एंड रिसर्च आर्गेनाइजेशन कार्य करती है
इसके पश्चात कार्यक्रम की अगली कड़ी में हमारे कार्यक्रम में मौजूद अतिथि अजय रात्रे जी ऐसे प्रोड्यूसर जो नशा के थीम पर एक शॉर्ट मूवी बना रहे हैं जिसके पोस्टर का भी आज विमोचन किया !
इसके बाद कल्याणी संस्था के एक भाई ने अपनी जीवनी और संस्था में लिए ट्रीटमेंट का बेवरा अतिथियों के समक्ष बताया की वे बुरी तरह नशे की गिरफ्त में चले गए थे और कई प्रकार के नशा करने लगे थे जिनमें अल्कोहल, गांजा, ब्राउन शुगर, यहां तक की स्नेक बाइट तक नशा करने का जुनून उन पर सवार हो गया था उन्होंने कल्याणी नशा मुक्ति केंद्र में ट्रीटमेंट लेकर आज अपने संयमित के लिए धन्यवाद किया!
इसके पश्चात कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि कमलेश पटेल ने बताया कि नशे में सबसे बड़ा नशा है तंबाकू अगर हम तंबाकू छोड़ दे तो सारे नशा छोड़ना आसान होगा उन्होंने बताया कि समाज कल्याण विभाग द्वारा अनेक कार्यक्रम होता है जिसमें भारत माता वाणी के द्वारा अवेयरनेस करने के लिए ट्रेनिंग हमारे द्वारा प्रदान किया किया गया नशा छुड़वाने के लिए अवेयरनेस में यह बताया जाए नशा मुक्ति केंद्र के अलावा 15 से 20 मिनट भजन के माध्यम से नशा मुक्त होने का संदेश दे और यह संकल्प लें कि नशा मुक्त होंगे ।
इसके पश्चात कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दुर्ग पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव ने कहा कि मुझे बहुत खुशी हुई कि मुझे आज यहां आने का अवसर प्रदान हुआ क्योंकि मैं भी एक साकेट्रिस्ट रह चुका हूं तो मैं भली-भांति इस चीज से परिचित हूं, देश में 90% व्यक्ति तंबाकू का नशा करते हैं तंबाकू का नशा अनेक बीमारियों को जन्म देता है
ज्यादातर गांव के लोग तंबाकू का नशा करते हैं और यह मानते हैं कि तंबाकू नशा नहीं है सिगरेट पीना फैशन है जबकि नशा की शुरुआत तंबाकू सिगरेट से ही होती है जो नशा का जन्मदाता है
यह संस्था कल्याणी सोशल वेलफेयर एंड रिसर्च आर्गेनाईजेशन के माध्यम से अगर एक व्यक्ति भी नशामुक्त होता है तो यह माना जाएगा कि उन्होंने उस एक व्यक्ति की जान बचाई नशा छुड़ाने का प्रयास करना तभी संभव है जब नशा करने वाला व्यक्ति स्वयं नशा छोड़ने के लिए तैयार हो आज तंबाकू से ही हर नशे की शुरुआत होती है अगर यह संस्था द्वारा शुरुआत में ही नशे को रोकने का प्रयास करें देश के नशा मुक्त कराया जा सकता है उन्होंने बताया कि हीरोइन ड्रग्स गांजा कोकीन अल्कोहल यह सभी नशे को छुड़वाना मुमकिन है लेकिन तंबाकू का नशा छुड़वाना मुश्किल है तंबाकू का नशा सबसे खतरनाक नशा होता है
तथा इसके लिए अवेयरनेस प्रोग्राम के साथ-साथ हर किसी को समझाया जाये कि तंबाकू का नशा कैसा नशा है उसके बारे में बताया जाए कि उसके कितने नुकसान हैं जैसे मुंह का कैंसर जबड़े का कैंसर लंग्स कैंसर अनेक बीमारियों को तंबाकू जन्म देता है ज्यादातर कम उम्र के बच्चों को प्रोत्साहित किया जाए कि तंबाकू से दूर रहे इतना कहकर उन्होंने अपनी वाणी को आराम दिया!
इसके पश्चात कार्यक्रम की अंतिम कड़ी में संस्था के समन्वयक उदय राज छेत्री ने वहां पर उपस्थित सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया और उन्होंने यह बताया कि केवल गुटखा, तंबाकू खाकर थूकने से हुई गंदगी की ट्रेनों की सफाई करने के लिए 14000 करोड़ रुपए सरकार खर्च करती है तो यह चीज भी हमें ध्यान में रखना है और तंबाकू का सेवन जो कि गेटवे ऑफ द ड्रग है इस चीज से अगर बच गए तो इसके आगे के नशे से भी बच जाएंगे इतना कहकर उन्होंने सभी अतिथियों को उनका अमूल्य समय देने के लिए आभार व्यक्त किया!